गुवाहाटी (विभास)। विप्र फाउंडेशन का दीपावली मिलन समारोह फाउंडेशन की गुवाहाटी चैप्टर एवं महिला प्रकोष्ठ गुवाहाटी चैप्टर के सौजन्य से छत्रीबाड़ी स्थित परशुराम सेवा सदन में आयोजित किया गया। जिसमें विप्र समाज सभी घटक खांडल विप्र परिषद, पारीक सभा, पूर्वांचल दाधीच परिषद, पूर्वोत्तर गुर्जर गौड़ समाज, गौड़ समाज, गौड़ महिला समिति, स्वामी समाज, बांगड़ा विप्र समाज, सिखवाल समाज, राजपुरोहित विप्र समाज के समाज बंधुओ ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की शुरूआत भगवान परशुराम के चित्र के आगे दीप प्रज्वलित करके किया गया। जिसमें खांडल विप्र समाज के अध्यक्ष शिव भगवान नहवाल, पारीक सभा के अध्यक्ष दिनेश परीक, पूर्वांचल भारतीय दाधीच परिषद के अध्यक्ष अरुण गोटेचा, राजपुरोहित समाज के इंद्र राजपुरोहित, सारस्वत समाज के अध्यक्ष भंवर लाल सारस्वत, सिखवाल समाज के राम अवतार सिखवाल, गौड़ महिला समिति की अध्यक्ष संतोष शर्मा के अलावा रामस्वरूप जोशी, शिव भगवान पारीक अलावा विप्र फाउंडेशन की प्रांतीय अध्यक्ष मंजूलता शर्मा, प्रांतीय संगठन महामंत्री अमित पारीक, फाऊंडेशन गुवाहाटी चैप्टर के महामंत्री रमेश शर्मा, महिला प्रकोष्ठ मिलन की अध्यक्ष अनुसूया शर्मा के अलावा कई गणमान्य विप्र बंधु उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष मंजूलता शर्मा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि अनादि काल से विप्र एक थे और विप्र एक ही है। यह तो व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमारे ऋषि मुनियों ने उन्हें अलग-अलग इकाई खांडल, पारीक, दाधीच, सारस्वत, गौड़ आदि समाज में विभक्त कर दिया गया था। लेकिन फिर भी हम एक हैं । इतिहास गवाह है कि कई साम्राज्यों को प्रतिष्ठित करने मे ब्राह्मण गुरुओं का मार्गदर्शन था। जिनमें चाणक्य का नाम प्रमुख माना जाता है। कार्यक्रम के संयोजक राकेश भातरा ने बताया कि विप्र समाज के सभी घटक दलों के सदस्यों को एक मंच पर लाने के लिए यह दीपावली मिलन का प्रयास किया गया है। जो आगे भी जारी रहेगा। कार्यक्रम में सांस्कृतिक समिति के संयोजक संपत मिश्र, जया पारिक और रजनी गौड़ के दिशा निर्देशन में समाज के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद पारीक ने किया। इस कार्यक्रम के संयोजक के रूप में राकेश भातरा, दयाराम व्यास प्रभात शर्मा, रोहित खंडेलवाल ने भी अपना सहयोग दिया।