विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं : सीएम जोरमथांगा
एजल। विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं। चुनावी राज्यों में सभी पार्टी अंतिम दौर के प्रचार में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में मिजोरम मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ एमएनएफ अध्यक्ष रमथांगा ने दावा किया कि विपक्षी दलों को राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सरकार पर आरोप लगाने के लिए कोई उचित मुद्दा नहीं मिल सका है। सोमवार को राज्य में एमएनएफ पार्टी कार्यालय मिजो ह्नम रन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम जोरमथांगा ने दावा किया कि विपक्ष (जोरम पीपुल्स मूवमेंट ) एमएनएफ सरकार को दोष देने के लिए कोई मुद्दा नहीं जुटा सका और लोगों से एक नई राजनीतिक प्रणाली के साथ प्रयोग करने के लिए कह रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि चूंकि विपक्ष हम पर आरोप लगाने के लिए कोई उचित मुद्दा ढूंढने में विफल रहा है इसलिए उनके पास लोगों को अपनी नई प्रणाली के साथ प्रयोग (परीक्षण) करने के लिए कहने के अलावा कोई नई बात नहीं है। मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है कई लोग अब इनके साथ प्रयोग करने के जोखिम को लेना बंद करते जा रहे हैं। मालूम हो कि जोरम पीपुल्स मूवमेंट, जो 2018 विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरा है। अब यह बदलाव और नई राजनीतिक व्यवस्था की राज्य में वकालत कर रहा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री आर लालथंगलियाना ने पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि लोग हमें इस आधार पर वोट देने के बारे में सोचे कि हमने क्या किया है और हम वर्तमान में क्या कर रहे हैं, न कि केवल हमारे साथ एक्सपेरिमेंट करें। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को घोषणा की कि मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 7 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को की जाएगी। वहीं, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्तूबर है और नामांकन पत्रों की जांच 21 अक्तूबर को होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 23 अक्तूबर है। सत्तारूढ़ एमएनएफ और विपक्षी जेडपीएम ने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। एमएनएफ सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जोरमथांगा अपने वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र एजल पूर्व-1 से चुनाव लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है ।