गुवाहाटी (हिंस/होजाई ) । विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र प्रधानाचार्य सम्मेलन का उद्घाटन गीता आश्रम, होजाई में एक भव्य समारोह के साथ हुआ। समारोह में विद्या भारती के अखिल भारतीय महासचिव अवनीश भटनागर मुख्य वक्ता थे। अखिल भारतीय मंत्री ब्रह्मा राव, क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी, क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जगदींद्र रॉय चौधरी, शिशु शिक्षा समिति, असम के अध्यक्ष कुलेंद्र कुमार भागवती और मातृ भारती की क्षेत्रीय संयोजिका अनिमा शर्मा अतिथि के रूप में मौजूद थीं। उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती की छवि के सामने दीप प्रज्ज्वलन समारोह और होजाई के शंकरदेव शिशु निकेतन के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए आध्यात्मिक माहौल से हुई। विद्या भारती उत्तर पूर्वी क्षेत्र के सचिव डॉ. जगदींद्र रॉय चौधरी ने तीन दिवसीय सम्मेलन में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से आए प्रधानाचार्यों का स्वागत किया। इस अवसर पर अतिथियों ने पूर्वोत्तर राज्यों में विद्या भारती से जुड़ी प्रांतीय समितियों की ई-पत्रिकाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर अवनीश भटनागर ने अपने संबोधन में कहा कि विद्या भारती की पत्रिकाएं आत्मप्रशंसा के लिए नहीं, बल्कि शिक्षा में नए प्रयोग, शिक्षा में मूल्यों का समावेश और देशभक्ति के लिए प्रकाशित होती हैं। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने शिक्षा और ज्ञान में समय के साथ आए बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विभिन्न आयोगों के माध्यम से समय-समय पर शिक्षा नीति में बदलाव किए गए हैं। उन्होंने प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि वे समय के साथ इन्हें अपडेट करें और नए बदलावों को खुले मन से स्वीकार करें। सम्मेलन में पूर्वोत्तर के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने भाग लिया। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में सुधार, नई नीतियों के क्रियान्वयन और भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने पर चर्चा की।