नई दिल्ली। वोल्वो ग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष कमल बाली ने विनिर्माण क्षेत्र को विकसित भारत के लिए ‘कमजोर कड़ी’ बताते हुए कहा कि इस लक्ष्य को पाने जीडीपी में विनिर्माण का योगदान बढ़ाकर 25 फीसदी करने की आवश्यकता है। बाली ने एक संगोष्ठी में कहा कि देश को गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करके अपने पड़ोसी से अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में तीन लाख करोड़ डॉलर के विनिर्माण अवसर को भुनाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हमें विकसित भारत बनाना है तो विनिर्माण को पूरी क्षमता से काम करना होगा। विनिर्माण क्षेत्र हमारी कमजोर कड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले 20-25 सालों से विनिर्माण क्षेत्र भारत के जीडीपी के 15-16 फीसदी स्तर पर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक सरकारों और कई नेताओं ने कोशिश भी की है लेकिन यह आगे नहीं बढ़ पाई है। इसलिए, इसमें बदलाव की जरुरत है। बाली ने जर्मनी, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि इनमें से ज्यादातर देश 40 से 50 सालों से विनिर्माण के जरिए से आगे बढ़ रहे हैं। भारत भी इससे अलग नहीं होगा। इसलिए विनिर्माण क्षेत्र को जीडीपी के 25 फीसदी तक बढ़ाना होगा। उन्होंने स्वीकार किया कि यह एक बड़ा कदम होगा और एक तरह से चुनौती भरा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए ब्रांड इंडिया की धारणा को बदलना होगा और यह धारणा केवल गुणवत्ता पर मानसिकता बदलने के साथ ही बदल सकती है।