नई दिल्ली। हीरे की मांग और कीमतों में गिरावट ने हीरा है सदा के लिए वाली लाइन को मंद कर दिया। रत्न एवं आभूषण उद्योग में अब हीरा है, सभी के लिए हर घर हीरा जैसी लाइनें जोर शोर से सुनाई देने लगी है। प्राकृतिक हीरों की जगह बाजार में लैब में तैयार किये जा रहे हीरों मांग तेजी से बढ़ी है। बढ़ती मांग की वजह से लैब डायमंड के शोरूम तेजी से खुल रहे हैं। प्राकृतिक हीरों जैसे दिखने वाले कम कीमत वाले ये हीरे ग्राहकों को आकर्षित भी कर रहे हैं। हर व्यक्ति के मन में यह इच्छा होती है कि वह डायमंड की ज्वेलरी पहने, लेकिन लेकिन हीरे की कीमतें अधिक होने के कारण ये आदमी की पहुंच से दूर बने हुए। हीरा पहने की आम आदमी की इच्छा लैब ग्रोन डायमंड पूरी कर रहे हैं। कुछ साल पहले तक बड़े आभूषण कारोबारी लैब ग्रोन हीरों को नकली हीरा बता कर इनसे दूरी बना रहे थे लेकिन अब ये हीरे उद्योग जगत के चहेते बन गए है। यही वजह से त्योहारी सीजन में लैब ग्रोन डायमंड से बने आभूषणों के शोरूम भी तेजी से खुल रहे हैं। चालू त्योहारी सीजन में मुंबई और आस पास के इलाकों में करीब एक दर्जन लैब ग्रोन डायमंड आभूषण के शोरूम खुल गए हैं। धनतेरस और दीपावली त्यौहार को देखते हुए फायरफ्लाय ब्रांड घाटकोपर स्थित आर सिटी मॉल में अपना शोरुम खोला। कंपनी के अधिकारी ने बताया है कि लैब ग्रोन डायमंड की क्वालिटी इतनी अच्छी है कि लैब ग्रोन डायमंड और नेचुरल डायमंड में कोई अंतर नहीं दिखाई देता । फायरफ्लाय ने लैब ग्रोन डायमंड की ज्वेलरी को प्रेशियस गोल्ड में बनाया गया है जो आम आदमी के बजट में आसानी से बैठ सकता है। सबसे बड़ी बात ग्राहकों को स्पष्ट पता होता है कि वह प्राकृतिक हीरा नहीं, लैब में तैयार किया गया हीरा खरीद रहे हैं जिससे लोगों में भरोसा होता है। बेहतरीन पैकिंग और नए आयडिया के साथ तैयार की गई ज्वेलरी युवाओं को पसंद आ रही है और वह बाजार को आगे ले जा रहे हैं।