लाहौर में भारतीय सिख परिवार से बंदूक की नोक पर लूट, पुलिस की वर्दी में थे अपराधी; जांच जारी
इस्लामाबाद |
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में पुलिस की वर्दी पहने लुटेरों ने एक भारतीय सिख परिवार के साथ लूटपाट की। पुलिस ने यह जानकारी दी।
बाजार में खरीददारी कर रहा था परिवार
पुलिस के प्रवक्ता एहतशाम हैदर ने बताया कि गुरु नानक देव की जयंती समारोह में शामिल होने के लिए भारत से यहां पहुंचे कंवलजीत सिंह और उनके परिवार के सदस्य गुरुद्वारा ननकाना साहिब से लौटने पर खरीदारी के लिए लाहौर के गुलबर्ग इलाके में लिबर्टी मार्केट गए थे। उन्होंने बताया कि सिख परिवार जब एक दुकान से बाहर आया तो पुलिस की वर्दी पहने दो लुटेरों ने उन्हें रोका और बंदूक की नोक पर नकदी और गहने लूट लिए।
ढाई लाख भारतीय रुपये और गहने लूटे..
उन्होंने बताया कि लुटेरों ने सिख परिवार से 250,000 भारतीय रुपये और 150,000 पाकिस्तानी रुपये के अलावा गहने लूट लिए। घटना के बाद वहां लोग जमा हो गए और फिर सिख परिवार के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंचे । गुलबर्ग पुलिस के स्टेशन हाउस ऑफिसर ने अपने वरिष्ठ अधिकारी को सूचित किया जो वहां पहुंचे ।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया..
हैदर ने कहा, पुलिस उप महानिरीक्षक ने भारतीय सिख परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि लुटेरों को गिरफ्तार किया जाएगा और उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी। पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने भी सिख तीर्थयात्री परिवार से की गई लूट की घटना का संज्ञान लिया है और लाहौर पुलिस प्रमुख से तुरंत रिपोर्ट मांगी है।
अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए निर्देश जारी…
नकवी ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए संदिग्धों की तत्काल पहचान पर जोर देते हुए डकैती में शामिल लोगों की जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया है । उन्होंने गुलबर्ग जैसे इलाके में सिख परिवार को लूट की घटना को सुरक्षा में गंभीर चूक करार दिया और दोषियों को 48 घंटे के भीतर न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नकवी ने जोर देकर कहा कि इस मामले में किसी भी लापरवाही की पहचान की जानी चाहिए, और जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख तीर्थयात्री सम्मानित अतिथि हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना एक जिम्मेदारी है। बता दें कि ढाई हजार से ज्यादा भारतीय सिख अभी गुरु नानक देव की जयंती के सिलसिले में पाकिस्तान में हैं ।