
लखीमपुर (हिंस)। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के प्रवक्ता रीतम सिंह को लखीमपुर के विधायक मानव डेका पर टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। लखीमपुर पुलिस की एक टीम ने शनिवार को गुवाहाटी स्थित उनके आवास से हिरासत में लिया। रिपोर्टों के अनुसार, सिंह ने पहले प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया था कि पुलिसकर्मी जबरन उनके घर में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जबकि उन्होंने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत वारंट या नोटिस दिखाने का अनुरोध किया था। गिरफ्तारी के बाद सिंह को लखीमपुर ले जाया गया, जहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह शिकायत मानव डेका की पत्नी द्वारा दायर की गई थी, जिसमें सिंह के बार- बार किए गए अपराधों और उनकी पिछली गिरफ्तारी का उल्लेख है। सिंह के खिलाफ पानबाजार थाना केस नंबर 93 / 2024 – आईपीसी की धारा 505 (1)(बी), 171जी, और 153 (ए) के तहत तथा आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 66 के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा, दिसपुर थाना केस नंबर 1091 / 2024 भी समान आरोपों में दर्ज किया गया है। सिंह की गिरफ्तारी ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे एक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए अनावश्यक शक्ति प्रदर्शन बताया। उन्होंने कहा कि हिमंत (मुख्यमंत्री), पीयूष (मंत्री) और मानव डेका (विधायक) कोई भगवान नहीं हैं, जिनकी पुलिस को अंधभक्ति करना पड़े । वहीं, सिंह के पिता ने पुलिस पर प्रक्रियात्मक उल्लंघन का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया, 20-25 अधिकारी बिना नोटिस के कैसे आ सकते हैं? हमारे वकील को भी सूचित नहीं किया गया।
