रूसी कलाकार एलेक्जेंड्रा को यूक्रेन युद्ध के खिलाफ जाना पड़ा महंगा, अब सात साल की कारेंगी सजा
मॉस्को।
रूसी कलाकार एलेक्जेंड्रा स्कोचिलेंको को यूक्रेन युद्ध के विरोध में कथित तौर पर युद्ध रोकने की मांग को लेकर सुपरमार्केट मूल्य टैग को बदलकर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके चलते उन्हें सात साल की जेल की सजा सुनाई गई है। अदालत की प्रेस सेवा के अनुसार, स्कोचिलेंको को गुरुवार को रूसी संघ के सशस्त्र बलों के उपयोग के बारे में जानबूझकर गलत जानकारी के सार्वजनिक प्रसार का दोषी पाया गया ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को, अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि पिछले साल मार्च में, स्कोचिलेंको ने सेंट पीटर्सबर्ग में एक चेन सुपरमार्केट में मूल्य टैग को कागज के टुकड़ों से बदलकर विरोध प्रकट किया था। महिला को सेना के बारे में भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में दोषी पाया गया है।
अदालत की प्रेस सेवा ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि स्कोचिलेंको द्वारा आरोप में दोषी न होने की दलील देने के बावजूद और बचाव पक्ष बरी करने की मांग कर रहा है। इसके बावजूद, अदालत ने इलेक्ट्रॉनिक या सूचना और दूरसंचार नेटवर्क के उपयोग से संबंधित गतिविधियों पर तीन साल के प्रतिबंध के साथ सात साल की सजा सुनाई ।
2022 से प्री- ट्रायल हिरासत में हैं स्कोचिलें.को...
स्थानीय मीडिया से पता लगा कि स्कोचिलेंको को अप्रैल 2022 से प्री-ट्रायल हिरासत में रखा गया है, इस अवधि में उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। स्कोचिलेंको ने फैसले से पहले अदालत में अपने आखिरी बयान में कहा, हमारे अभियोजक को अपने देश और समाज पर कितना कम विश्वास है, अगर वो ऐसा मानते हैं कि कागज के कुछ टुकड़ों से हमारा देश और सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है खुद को शांतिवादी बताते हुए स्कोचिलेंको ने कहा कि वह यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता के उद्देश्य को नहीं समझती हैं। उन्होंने आगे कहा, दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर मानव जीवन प्रत्याशा बढ़ाने और घातक बीमारियों का इलाज खोजने के लिए लड़ रहे हैं। इसलिए, मुझे समझ में नहीं आता: यह युद्ध किस लिए है युद्ध से तो उम्र घटती है, युद्ध मृत्यु है ।
सजा की हो रही कड़ी निंदा….
इस बीच, एमनेस्टी इंटरनेशनल की पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया निदेशक मैरी स्ट्रूथर्स ने सजा की कड़ी निंदा की है। एक बयान में, स्ट्रूथर्स ने स्पष्ट रूप से अन्यायपूर्ण फैसले की निंदा की, जिसमें कहा गया कि स्कोचिलेंको को मनमाने ढंग से उसकी स्वतंत्रता से वंचित किया गया और 19 महीने तक यातनापूर्ण परिस्थितियों में रखा गया ।
स्ट्रूथर्स ने कहा, स्कोचिलेंको बस यूक्रेन के लोगों के खिलाफ रूसी आक्रामकता को उजागर करने की कोशिश कर रही थीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनका उत्पीड़न अपने देश के आपराधिक युद्ध का खुले तौर पर विरोध करने वाले रूसियों द्वारा सामना किए जाने वाले बेतुके क्रूर उत्पीड़न का पर्याय बन गया है।