राष्ट्रीय महिला आयोग के निरीक्षण में बिहार के नंबर - वन अस्पताल में मिली बड़ी गड़बड़ी
बेगूसराय, (हि.स.)। बिहार के नंबर वन अस्पताल सदर अस्पताल बेगूस- राय कागज पर भले ही कितना भी दुरुस्त हो, लेकिन यहां व्यवस्थाओं में बड़ी गड़बड़ी है। बुधवार को राष्ट्रीय महिला आयोग के औचक निरीक्षण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली है। राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य ममता कुमारी ने बुधवार को जब बेगूसराय सदर अस्पताल का निरीक्षण किया तो गड़बड़ी देखकर चौंक गई। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महिलाओं के लिए दी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन की जांच किया, जिसमें बड़ी गड़बड़ी मिली है। उन्होंने बताया कि प्रसव वार्ड और प्रसव के बाद प्रसूति महिलाओं के रहने वाले वार्ड में साफ, सफाई, बेड, बिछावन कुछ भी ठीक नहीं है। सरकार द्वारा इतनी सुविधा मुहैया कराए जाने और राशि आवंटित किए जाने के बावजूद अधूरापन चिंताजनक है । इस संबंध में रिपोर्ट केन्द्र सरकार को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के तहत प्रत्येक माह के नौ तारीख को होने वाले जांच एवं दी जाने वाले सुविधाओं की जानकारी के संबंध में किसी महिला ने नहीं बताया। किसी महिला ने सुविधा नहीं मिलने की बात कही है। इन लोगों के पास इस संबंध में जानकारी भी नहीं है। दवा एवं गाइडलाइन की जानकारी नहीं है। जागरूकता और सुविधा उपलब्ध नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इससे पहले जेल का निरीक्षण कर महिलाओं के रहने, खाने, रखरखाव की सुविधा और असुविधा की जानकारी लिया है। अभी हेल्थ सदर अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं ।
वन स्टॉप सेंटर, रिमांड होम, कॉलेज के छात्राओं एवं रैन बसेरा सहित सभी का फीडबैक आयोग के माध्यम से केंद्र सरकार को सौंपेंगे। ममता कुमारी ने कहा कि सदर अस्पताल सेवा और सुविधाओं में बड़ी गड़बड़ी के साथ जिले के अन्य मुद्दों पर एसपी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। राष्ट्रीय महिला आयोग को बेगूसराय से बड़े पैमाने पर आवेदन मिले हैं। 2022 से अब तक 50 से अधिक आवेदन मिले, लेकिन 2022 का भी आवेदन पेंडिंग रखना दुर्भाग्यपूर्ण है।