गुवाहाटी। बेतकुची स्थित मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में सामाजिक और सांस्कृतिक विकास संगठन शतशोर के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय आरोग्य मेलामैं लोगों की भारी भीड़ उमड़ रह हैका । इससे पूर्व चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला का उद्घाटन बृहस्पतिवार को एम्स गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) अशोक पुराणिक ने दीप प्रचलित कर किया। इस मौके पर एम्स गुवाहाटी की अध्यक्ष उन्मोना बरगोहाई, वरिष्ठ पत्रकार प्रणय बोरदोलोई, असम सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की उप सचिव सुसपना काकोती उप निदेशक आयुष डॉ. निबुल कुमार गोगोई, संस्थापक अध्यक्ष शतशोर प्रियोनारी डॉ. मंदिरा बरुआ, डिप्टी मेयर स्मिता रॉय, वन और जलवायु परिवर्तन (भारत सरकार ) के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हेमेन हजारिका, सेवानिवृत्त जीएम आईओसीएल व मेले के मुख्य सलाहकार मैनाक पात्रा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना महामारी ने हमें आयुर्वेद के महत्व को समझा दिया है और अब वक्त आ गया है कि हमें प्राकृतिक उपचार का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि हम स्वस्थ रह सके तुलसी अश्वगंधा हल्दी इत्यादि में कई गुण है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है । इस अवसर पर आयोजन की अध्यक्ष प्रियोनारी डॉ. मंदिरा बरुवा ने कहा कि इस राष्ट्रीय आरोग्य मेले में हमारा उद्देश्य हमारी प्राचीन आयुर्वेदिक विरासत की रक्षा और संरक्षण करना और नागरिकों में जागरूकता लाना है। देश के विभिन्न हिस्सों से ग्रामीण आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने पारंपरिक भारतीय चिकित्सा में भाग लिया, जड़ी बूटियों के अनुसंधान, उत्पादन और विपणन में शामिल विभिन्न संस्थान, उद्योग और अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर भी इस मेले में उपस्थित होकर लोगों को जागरूक एवं उपचार कर रहे हैं। राष्ट्रीय आरोग्य मेला में सेमिनार, लोकगीत प्रतियोगिताएं, पारंपरिक हर्बल चिकित्सा और आयुर्वेदिक विज्ञान पर चार दिवसीय प्रदर्शनी भी होगी। यह मेला आगामी 8 दिसंबर तक सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक आगंतुकों के लिए खुला रहेगा। मेले के पूरे चार दिनों के दौरान अनुभवी योग शिक्षकों द्वारा योग सत्र भी उपलब्ध रहेंगे। उल्लेखनीय है कि आयोजन समिति विभिन्न राज्यों से आए सभी प्रदर्शकों, प्रतिभागियों के लिए भोजन, आवास और परिवहन की व्यवस्था कर रही है। चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला को सफल बनाने में शतशोर की सभी सदस्याएं जुटी हुई है।