रामकथा महोत्सव के दूसरे दिन बच्चों में पश्चिमी सभ्यता के बदले सनातनी संस्कार देने की अभिभावकों से की गई अपील

अररिया (हिंस )। फारबिसगंज के छुआपट्टी स्थित तपेश्वर गुप्ता के गोला में श्री राम कथा महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को ऋषिकेश से पधारे बालसंत श्री हरि दासजी महाराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन लीला पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि श्री राम जी ने सभी मनुष्यों को जीवन जीने की कला सिखाई। पिता, पुत्र, भाई, माता, दोस्त सभी की अपनी अपनी मर्यादा है। राम कथा सुनने से जीवन की व्यथा मिटती है। जो धर्म से विमुख होगा वह दुखी रहेगा। उन्होंने कहा कि माता पिता को अपने बच्चों में सनातनी संस्कार भरने का यत्न करना चाहिए, क्यों कि आज पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव में बच्चे अपने धर्म से विमुख हो रहें हैं और इसी समय सबसे पहले फर्ज माता पिता को ही निभाना पड़ेगा। तभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की बात उन्होंने कही। कथा स्थल पर दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। कथा स्थल पर शांति व्यवस्था बनाए रखने में काव्या, रक्षा, हंसी, केशव, प्रथम, टप्पू आकाश हर्ष सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा हेमू बोथरा, मदनमोहन कनौजिया, जयप्रकाश अग्रवाल, पप्पू फिटकरी वाला, पूनम पांडिया के द्वारा कथा स्थल पर सकारात्मक सहयोग की जा रही है। दिव्य जल निर्माता विष्णु पोद्दार के द्वारा कथा स्थल पर नौ दिनों तक शुद्ध पीने की जल की व्यवस्था की गई है।

रामकथा महोत्सव के दूसरे दिन बच्चों में पश्चिमी सभ्यता के बदले सनातनी संस्कार देने की अभिभावकों से की गई अपील
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