नई दिल्ली (हि.स.)। राज्यसभा में आज हंगामे के कारण गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों पर चर्चा नहीं हो सकी और सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाहन 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। भाजपा सांसदों ने शुक्रवार को सदन में नोटों की बरामदगी को लेकर कांग्रेस से जवाब मांगते हुए नारे लगाए। उपसभापति हरिवंश ने सत्ता पक्ष के सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया। उन्होंने सदस्यों से कहा कि सदन की कार्यवाही चलने देना चाहिए । उन्होंने आईयूएमएल राज्य सदस्य अब्दुल वहाब से एजेंडे में उनके नाम के तहत सूचीबद्ध अपना प्रस्ताव पेश करने को कहा । जब वहाब अपना प्रस्ताव पढ़ रहे थे, तब सत्ता पक्ष के सदस्य खड़े होकर नारे लगाते रहे। उसी दौरान विपक्ष के कुछ सदस्य भी बोलने लगे, लिहाजा उपसभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह सदन की कार्रवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि गुरुवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने सूचित किया कि सीट नंबर 222 के पास से नकदी बरामद हुई है। यह सीट तेलंगाना से राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। इस मामले की जांच नियमों के अनुसार की जा रही है। सभापति ने जैसे ही यह बात कही, विपक्षी सांसद नाराज हो गए और शोर मचाने लगे। सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीच में खड़े हो कर कहा कि नियमों के तहत जांच होनी चाहिए। जब तक मामले की जांच चल रही है और यह साबित नहीं हो जाता, तब तक सभापति को अभिषेक मनु सिंघवी का नाम नहीं लेना चाहिए था। इस पर सदन के नेता जेपी ‘नड्डा ने कहा कि यह असाधारण घटना है, इसकी जांच होनी चाहिए। इसके बाद दोनों पक्षों की सहमति से शून्य काल शुरू किया गया। इसके तहत फेंजल चक्रवात, नशे की लत, तमिलनाडु में पर्यटन के विकास, गैर संचारित बीमारियों की रोकथाम, पांरपंरिक खेलों को बढ़ावा देना, अदालतों में लंबित मामले, निजी सेक्टर में काम के दौरान तनाव पर सांसदों ने अपनी बात रखी। 12 बजे प्रश्नकाल शुरू हुआ, जिसमें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे, ग्रामीण विकास और जैविक खेती पर प्रश्न पूछे गए।