डिब्रूगढ़ । वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहाई ने कड़ी विकास चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर राष्ट्रीय संगठनात्मक नेतृत्व वरिष्ठ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को मान्यता देने और उन्हें प्राथमिकता देने विकाগ में विफल रहता है, तो पार्टी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। गोहाई ने कहा कि असम में भाजपा आंतरिक अव्यवस्था और पतन के कगार पर है। डिब्रूगढ़ के मिलन नगर में बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान गोहाई ने वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनके बढ़ते असंतोष को दूर किया। उन्होंने मौजूदा राज्य नेतृत्व के दृष्टिकोण पर चिंता व्यक्त की और तत्काल संगठनात्मक सुधारों का आह्वान किया। गोहाई ने वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं को उचित मान्यता और सम्मान देने के महत्व को बताते हुए चेतावनी दी कि कार्रवाई की कमी से कई लोग प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों, खासकर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अपनी राज्यव्यापी चर्चा के बारे में बोलते हुए गोहाई ने कहा कि कई वरिष्ठ कार्यकर्ता अलग- थलग महसूस करते हैं। उन्होंने मुझसे अपनी शिकायतें साझा की हैं और अन्य दलों, खासकर कांग्रेस में शामिल होने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। मैं उन्हें जल्दबाजी में निर्णय लेने के खिलाफ सलाह देने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन अन्याय की उनकी भावना गहराई से जड़ें जमा चुकी है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है । गोहाई ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस असम में सत्ता में वापस आती है, तो यह राज्य और उसके लोगों के लिए एक बड़ा नुकसान होगा। मुझे उम्मीद है कि केंद्रीय संगठनात्मक नेतृत्व इन मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए आवश्यक सुधारात्मक उपाय करेगा। डिब्रूगढ़ में यह बैठक पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष को समझने और उसे दूर करने के लिए गोहाई के व्यापक प्रयास का हिस्सा बताई गई। इसने असम के राजनीति परिदृश्य में अपनी निरंतर ताकत और प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के भीतर एकता की तत्काल आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।