जयपुर (हिंस) । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग खत्म करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के अंदर एक साल में ऐसी निकम्मी – नकारा सरकार रही है, जिसने कोई काम नहीं किया । एक साल में इनकी क्या उपलब्धि रही, यह बताते ही नहीं हैं । ये बताएं कि एक साल की उपलब्धि क्या है ? गहलोत ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मरणोपरांत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान का केंद्र ने ध्यान नहीं रखा। स्मारक बनाने पर केंद्र ने विवाद पैदा किया। जहां दाह संस्कार करते हैं, वहीं स्मारक बनता है। राहुल गांधी ने ऑफर भी किया था कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का जहां स्मारक है, वहीं बना दीजिए। इसके बावजूद भी विवाद पैदा करवाया गया। जब सरकार नाकाम रहती है तो ध्यान डायवर्ट करने के लिए इसी तरह विवाद पैदा करती है। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुद्दा उठाया। केंद्र सरकार और भाजपा के लोग अब सफाई देते घूम रहे हैं। जब पूरे देश से इन्हें फीडबैक मिला तो कह रहे हैं कि हम स्मारक बनाएंगे। गहलोत ने कहा कि हमने बिना मांग किए पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत का स्मारक बनाया था। डॉ. मनमोहन सिंह के लिए तो कांग्रेस ने मांग की और खड़गे साहब ने पत्र लिखा। राजस्थान में तो शेखावत के संबंध में भाजपा की कोई मांग नहीं थी, उनके परिवार वालों से बात हुई। अलग से हमने जगह दे दी। उनका स्मारक बनवाया ।