जालौन (हिंस)। जिले के प्रभारी मंत्री / राज्य मंत्री गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग उप्र संजय सिंह गंगवार ने जिला कारागार में विभिन्न बैरकों, अस्पताल, रसोई घर आदि का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने जेल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों से चर्चा की और कैदियों की स्थिति और जेल में चल रहे सुधारात्मक कार्यों की जानकारी प्राप्त की। प्रभारी मंत्री ने जेल परिसर में साफ- सफाई, कैदियों के लिए उपलब्ध भोजन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष रूप से निरीक्षण किया। उन्होंने कैदियों से भी सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कैदियों से जेल के भीतर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। प्रभारी मंत्री ने जेल में चल रहे विभिन्न सुधारात्मक कार्यक्रमों की सराहना की। इनमें कैदियों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे कौशल विकास कार्यक्रम और शिक्षा से संबंधित गतिविधियां शामिल थीं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम कैदियों के पुनर्वास और समाज में फिर से एक नई शुरुआत करने में मददगार साबित होंगे। उन्होंने कैदियों को समय-समय पर कानूनी सहायता उपलब्ध कराने और उनकी मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए परामर्श सेवाएं बढ़ाने पर जोर दिया। निर्देश दिए कि जेल में जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, साथ ही जेल की साफ-सफाई बनाए रखने व जेल में निरुद्ध कैदियों का बराबर मेडिकल चेकअप कराने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि जेल सिर्फ सजा का स्थान नहीं है, बल्कि सुधार का केंद्र भी है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकार जेलों में कैदियों के लिए मानवीय और सुधारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कैदियों को बेहतर माहौल प्रदान करना न केवल उनके जीवन में बदलाव लाएगा, बल्कि समाज में अपराध की पुनरावृत्ति को भी रोकने में मदद करेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि जेल परिसर में किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित सामग्री का प्रवेश न हो, उन्होंने इस सम्बंध में रोस्टर बनाकर प्रतिदिन जांच-पड़ताल करने का भी निर्देश दिया ताकि जेल में किसी भी प्रकार की अनियमितता का सामना न करना पड़े। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा, माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, जल शक्ति मंत्री के प्रतिनिधि अरविंद चौहान, ब्लाक प्रमुख जालौन, जिलाधकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार मौजूद रहे।