
गुवाहाटी (हिंस) । असम के मंत्री अशोक सिंघल द्वारा मियांसमुदाय को निशाना बनाकर दिए गए बयान से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। उल्लेखनीय है कि एक सार्वजनिक सभा के दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल द्वारा मियां समुदाय को लेकर दिए गए बयान के विरोध में विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंत्री की इस टिप्पणी की निंदा की है। और इसे भड़काऊ और विभाजनकारी बताया है। विपक्ष का कहना है कि इस विवाद ने सांप्रदायिक सद्भाव और व्यापार समावेशिता पर बहस को फिर से हवा दे दी है। खासकर त्योहारों के दौरान इसको लेकर विवाद छिड़ गया है। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंगलवार को असम विधानसभा में सिंघल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पारित करने की मांग की। विधानसभा में विरोध प्रदर्शन करते हुए एआईयूडीएफ विधायकों ने अपनी मांग पर जोर दिया, जिसके कारण स्पीकर बिस्वजीत दैमारी को हंगामे के बीच सत्र को 20 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।
