मानस राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड उछाल, राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि

बंगाइगांव। असम में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल मानस राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की बढ़ती आमद देखी गई है, जिससे राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस लोकप्रिय पर्यटन स्थल ने 500 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों सहित 10,000 से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया है, जिससे 33 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। पर्यटकों के लिए अपने प्रवास के दौरान कई साहसिक गतिविधियां उपलब्ध हैं, जिनमें जीप सफारी, हाथी सफारी और रिवर राफ्टिंग शामिल हैं। यह दुनिया भर के आगंतुकों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है । पर्यटक इन दिलचस्प गतिविधियों को आजमाकर पार्क के लुभावने परिदृश्यों को देखने और पार्क में मौजूद विविध वन्यजीवों की झलक पाने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं। कई पर्यटक और वन्यजीव उत्साही पार्क की विभिन्न श्रेणियों, जैसे बांसबाड़ी (कहितम), भुइयांपाड़ा, पानबाड़ी और कुकलुंग में उमड़ पड़े हैं। पर्यटन में यह लगातार वृद्धि इस क्षेत्र इको-टूरिज्म की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है। बांसबाड़ी रेंज के रेंजर बारिन बोरो ने आगंतुकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने पार्क के अनूठे आकर्षण का बखान किया, और अधिक लोगों को इसकी शांत सुंदरता का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उनसे अपनी यात्रा योजनाओं में मानस राष्ट्रीय उद्यान को शामिल करने का आग्रह किया। पार्क के राजस्व में वृद्धि के अलावा, पर्यटकों की बढ़ती संख्या संरक्षण प्रयासों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस सकारात्मक प्रवृत्ति से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने और वन्यजीव संरक्षण पहलों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

मानस राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड उछाल, राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि
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