
गुवाहाटी/ नई दिल्ली (हि.स./ एजे) । असम में ब्रह्मपुत्र नद पर बनने वाले माजुली- जोरहाट पुल के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 1019.16 करोड़ रुपए की संशोधित लागत को मंजूरी दे दी है। एनएच – 715के पर बनने वाला 6.8 किलोमीटर लंबा, दो लेन का यह पुल माजुली (उत्तर तट) और जोरहाट (दक्षिण तट) को जोड़ेगा। इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि ब्रह्मपुत्र पर बहुचर्चित जोरहाट-माजुली पुल की परियोजना लागत को संशोधित कर 1,019.17 करोड़ रुपए कर दिया गया है, जो पिछले अनुमान से लगभग 94 करोड़ रुपए अधिक है। दो लेन वाले इस पुल का निर्माण कार्य पिछले साल सितंबर से रुका हुआ है, जब इसके ठेकेदार यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएसबीसीएल) ने साइट छोड़ दी थी । काम बीच में छोड़ने का कोई कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है। शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ब्रह्मपुत्र पर माजुली और जोरहाट को जोड़ने वाले 2 लेन के पुल के निर्माण के लिए संशोधित लागत अनुमान को @MORTHIndia ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण लिंक को पूरा करने के लिए 1,019.17 करोड़ रुपए की संशोधित लागत को मंजूरी दी है। सीएम ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी इस नई लागत से संबंधित 17 मार्च का कार्यालय ज्ञापन भी साझा किया। माजुली के दक्षिणपत में एनएच – 715के पर ब्रह्मपुत्र पर तत्काल पहुंच सहित 8.25 किलोमीटर माजुली – जोरहाट पुल के निर्माण के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पहले 925.47 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। नवंबर 2021 में शर्मा ने ब्रह्मपुत्र पर पुल के निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया था। राज्य सरकार ने परियोजना की प्रगति की नियमित निगरानी के लिए एक कैबिनेट समिति का गठन किया था, जिसे नवंबर 2025 तक चालू किया जाना था । माजुली को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फरवरी 2016 में ब्रह्मपुत्र पर एक पुल की आधारशिला रखी थी, जो नदी के द्वीप के माध्यम से दक्षिण तट पर जोरहाट और उत्तरी तट पर लखीमपुर को जोड़ता है। इसी परियोजना के लिए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2021 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले फिर से आठ किलोमीटर लंबे जोरहाट – माजुली पुल की आधारशिला रखी।
