महज 14 साल की उम्र में, अनिका दुबे, जिन्हें प्यार से पुणे की गोल्डन गर्ल के नाम से जाना जाता है, ने फरवरी 2025 में हांगकांग में होने वाली आगामी एशियाई टीम चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाकर एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि उन्हें इस तरह के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली महाराष्ट्र की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनाती है। अपनी इस उपलब्धि पर अनिका ने बातचीत की। उन्होंने इस दौरान अपनी अब तक की यात्रा पर विस्तार से बताया। अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने को लेकर अनिका ने कहा, भारत का प्रतिनिधित्व करना न केवल एक शानदार अवसर है, बल्कि एक रोमांचक अनुभव भी है। यह एक सपने के सच होने जैसा है। स्क्वैश को अब ओलंपिक 2028 में शामिल कर लिया गया है, इसलिए खिलाड़ियों के लिए तैयारी शुरू करने और एक मजबूत टीम बनाने का यह एक रोमांचक समय है । मेरा मानना है कि दृढ़ता और समर्पण रास्ते में आने वाली किसी भी कठिनाई को दूर करने में मदद कर सकता है। अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए अनिका ने कहा, शुरू में, पढ़ाई और खेल के बीच संतुलन बनाना एक चुनौती थी। मुझे कई रातें देर से पढ़ाई और सुबह जल्दी प्रशिक्षण सत्र की याद है। हालांकि, मैंने आखिरी क्षण तक इंतजार करने के बजाय पहले से अच्छी तरह से अध्ययन करके अपने समय प्रबंधन कौशल में सुधार किया। इससे मुझे आगे रहने और दोनों प्रतिबद्धताओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिली। एशियाई स्क्वैश टीम चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने पर परिवार की क्या प्रतिक्रिया थी इस सवाल पर अनिका ने कहा, मेरा परिवार, खासकर मेरा छोटा भाई, सिर्फ़ सहायक ही नहीं रहा है ।