हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन अहम बात ये हैं कि हम उतार के समय परिस्थितियों से कैसे निपटते हैं। तो जब आप परेशानी के दौर से गुजरते हैं, तब या करते हैं? उनसे भागने की कोशिश करते हैं, या खुद को शांत रखते हुए उनका हल निकल लेते हैं! यकीनन इसका दूसरा विकल्प ही सही है, खुद को शांत रखना और डट कर परेशानियों का सामना करना और फिर उन्हें सुलझा लेना। ध्यानः ध्यान अर्थात मेडिटेशन कमाल की चीज है। ये ना सिर्फ आपके शरीररिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। दिन में बस थोड़ा समय निकाल कर ब्रीदिंग एसरसाइज और मेडिटेशन कर आपका दिमाग शांत और तरो-ताज़ा हो जाता है। रनिंग: गति, फोकस, विनियमित श्वास, और शारीरिक श्रम के मिश्रण वाली रनिंग मन से नकारात्मक विचारों को दूर करने के लिए एक आदर्श तरीका है। रनिंग करते हुए जैसे- जैसे आपका पसीना बाहर निकलता है और दिल की धड़कनें तेज होती हैं, सारी परेशानियां भी बाहर निकल जाती हैं। रीडिंग: कभी-कभी अपना दिमाग शांत करने का सबसे बेहतर तरीका होता है, कि कोई पसंदीदा विषय की किताब लेकर पढ़ना शुरू किया जाए। क्योंकि हम हमेशा वेकेशन के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो बुक रीडिंग एक कमाल का विकल्प होता है। इससे न सिर्फ बहुत कुछ सीखने को मिलता है, बल्कि जीनवन के प्रति एक नया नज़रिया भी बनता है। तीव्र वर्कआउट: यदि आप परेशान हैं और गुस्से में हैं तो आपको थोड़ा पसीना बहा लेना चाहिए। लेकिन हमेशा जिम जाने के लिए खुद को प्रेरित करने कर ना और समय निकालना मुश्किल हो सकता है, तो अपने गुस्से और परेशानी की झुंझलाहट को प्रेरणा बनाएं और जिम जाएं। बॉक्सिंग: सुनने में शायद थोड़ा अजीब लगे, लेकिन कभी-कभी गुस्सा और मन दोनों को शांत करने के लिए आपको किसी को पंच मारना पड़ता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप किसी जीवित चीज को पंच दे मारे । बॉक्सिंग ग्लास उठाएं और थोड़ी बॉक्सिंग प्रेक्टिस कर डालें। आप और भी कोई ताकत लगने वाला खेल खेल करते हैं। पर्वतारोहणः शांती प्रदान करने के लिए सबसे बेहतरीन जगह प्रकृति की गोद ही होती है। तो मन की उलझनों को निकाल फेंकने के लिए बस थोड़ा समय निकालें, अपना ट्रेवल बैग उठाएं और निकल पड़े पहाड़ों पर पर्वतारोहण के लिए।