नई दिल्ली। डबल ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर ने दीपा करमाकर को सभी अविस्मरणीय यादों के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले सोमवार को दीपा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जिमनास्टिक से संन्यास की घोषणा की। मनु भाकर ने मंगलवार को एक्स पर दीपा को उनके अविश्वसनीय करियर के बाद भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। मनु ने एक्स पर लिखा, दिग्गज दीपा करमाकर को उनके अविश्वसनीय जिमनास्टिक करियर के बाद उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। अविस्मरणीय यादों और एक पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए धन्यवाद । एशियाई चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर दीपा ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया था। महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में 13.566 के प्रभावशाली कुल स्कोर के साथ, दीपा ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, जबकि दक्षिण कोरिया की किम सोन हयांग ने रजत और उनकी हमवतन ज्यो क्योंग ब्याल ने कांस्य पदक जीता। दीपा की सफलता की कहानी जिमनास्ट की अगली पीढ़ी को प्रेरित करती रहेगी। दीपा ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं। त्रिपुरा की इस लड़की ने रियो ओलंपिक 2016 में महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर इतिहास रच दिया था, वह 15.066 अंकों के साथ कांस्य पदक से चूक गई थी, जो स्विट्जरलैंड की कांस्य पदक विजेता गिउलिया स्टीनग्रुबर से केवल 0.150 कम था। करमाकर ने ग्लासगो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता, खेलों के इतिहास में ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं। उन्होंने एशियाई जिमनास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और 2015 की विश्व कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में पाँचवाँ स्थान हासिल किया- ये दोनों ही देश के लिए पहली बार थे।