भारत – मालदीव के बीच रूपे कार्ड से भुगतान शुरू, 200 से अधिक देशों में मान्य

मालदीव में रुपे कार्ड की शुरुआत हो गई है। मालदीव के एक स्थानीय स्टोर पर एक उपभोक्ता ने सोमवार को रुपे कार्ड का इस्तेमाल कर सामान खरीदा और उसका भुगतान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इस तरह के पहले लेनदेन के गवाह बने । मालदीव की अर्थव्यवस्था कई मायनों पर भारत पर निर्भर है। साल 2022 में दोनों देशों के बीच 50 करोड़ डॉलर का व्यापार हुआ था, जबकि इससे पहले 2014 में ये 17 करोड़ डॉलर था । रुपे कार्ड की लॉन्चिंग के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मालदीव में रुपे कार्ड लॉन्च किया गया। आने वाले समय में भारत और मालदीव यूपीआई के के जरिए जुड़ जाएंगे। रुपे कार्ड पेमेंट्स की पहली लेन-देन के गवाह भारतीय पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू भी बने। दोनों ने भारत से ही इस नजारे को लाइव देखा और ताली बजाई। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है रुपे कार्ड और कैसे यह करता है काम । क्या होता है रुपे कार्ड : – रुपे कार्ड भारत का स्वदेशी पेमेंट नेटवर्क है। इसका इस्तेमाल क्रेडिट, डेबिट और प्रीपेड कार्ड के जरिए ऑफलाइन और ऑनलाइन लेन-देन के लिए किया जाता है। यह एक अत्यधिक सुरक्षित नेटवर्क है, जो एंटी-फिशिंग से बचाता है । रुपे कार्ड नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने जारी किया है। इस कार्ड को दुनियाभर के 200 से अधिक देशों और 42.4 मिलियन से जयादा स्थानों और 1.90 मिलियन से अधिक एटीएम पर स्वीकार किया जाता है। प्रणब मुखर्जी ने किया था लॉन्च :- रुपे कार्ड को आधिकारिक तौर पर 8 मई, 2014 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लॉन्च किया था। ये कार्ड भारत के अलावा कई और देशों में भी उपलब्ध है। रुपे कार्ड के जरिए एटीएम से पैसे निकाले जा सकते हैं, पीओएस पर खरीदारी की जा सकती है। इस कार्ड के क्लासिक, प्लैटिनम और सेलेक्ट तीन प्रकार हैं। रुपे कार्ड के जरिए रेलवे टिकट बुक करने पर कैशबैक भी मिलता है । रुपे कार्ड के जरिए कम- मूल्य वाले लेन-देन के लिए संपर्क रहित कार्ड भी उपलब्ध हैं।

भारत - मालदीव के बीच रूपे कार्ड से भुगतान शुरू, 200 से अधिक देशों में मान्य
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