भारतीय निर्यात प्रदर्शन में हो रही उल्लेखनीय वृद्धि ने देश को वैश्विक बाजार में एक मजबूत स्थिति में ले जाने में मदद की है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पिछले दशक में भारतीय निर्यात 466 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 778 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है, इससे 67 फीसदी की वृद्धि दर्शाते हैं। इस सफलता के पीछे का रहस्य है सरल निर्यात बढ़ाने के लिए तैयार किया गया रोडमैप और विस्तारित नीतियों के तहत निर्यातकों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जा रहा है। कृषि, समुद्री उत्पादों के निर्यात, और गुणवत्ता निज़ामन के माध्यम से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। ये योजनाएं श्रम-प्रधान उद्योगों और निर्यात- आधारित क्षेत्रों को समर्थन प्रदान करने के लिए हैं। इसके साथ ही डिजिटल और क्षेत्रीय पहल के रूप में जिला निर्यात केंद्र कार्यक्रम द्वारा निर्यात को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू किए गए हैं, जिससे निम्न गुणवत्ता वाले आयात को रोकने में मदद मिलेगी। सरकारी प्रयासों और उद्यमिता के साथ भारत का निर्यात सेक्टर विश्वसनीयता बढ़ा रहा है और देश को वैश्विक मंच पर अच्छी दिखाई दे रहा है।