वाराणसी (हिंस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं, इसलिए जो भी कार्य हो, वह व्यक्ति, समाज, मत-मजहब के दायरे से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप भारत की वैदिक-आध्यात्मिक परंपरा का अनुसरण करते हुए देश के नाम होना चाहिए। भारतीयता और सनातन सबको जोड़ने की ताकत रखता है। मुख्यमंत्री शनिवार को यहां उमरहा चौबेपुर स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम में आयोजित विहंगम योग संत समाज की स्थापना के शताब्दी समारोह महोत्सव में शामिल हुए। 25 हजार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ में लाखों लोगों की भागीदारी के बावजूद धाम की सुचारू व्यवस्था की मुख्यमंत्री ने जमकर तारीफ की । आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 1888 में बलिया के छोटे से गांव में सद्गुरु सदाफल देव महाराज का अवतरण हुआ। उन्होंने 1924 में विहंगम योग संत समाज की स्थापना की । जब समाज शताब्दी समारोह कार्यक्रम के साथ जुड़ रहा है, तब हम भी इसके साक्षी बन रहे हैं। हम सभी को संत की यौगिक साधना का प्रसाद प्राप्त हो रहा है । विहंगम योग संत समाज स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के माध्यम से दिव्य – भव्य मंदिर बनाकर कोटि-कोटि श्रद्धालुजनों को अपने पुरुषार्थ के माध्यम से जोड़ने के साथ ही भारत की योग परंपरा व आध्यात्मिक धारा को जन-जन तक पहुंचाने को कृतसंकल्पित दिख रहा है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाया और यह भी बताया कि सच्चा योगी-संत देश एवं समाज की परिस्थितियों को देखकर हाथ पर हाथ रखकर बैठा नहीं रह सकता । देश जब गुलामी की बेयों से जकड़ा था, तब सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ विदेशी दासता से मुक्त कराने के लिए आजादी के आंदोलन में भाग लेकर बैरकपुर से देश के प्रथम स्वातंर्त्य समर के शंखनाद के साथ खुद को जोड़ा था । मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की तुलना में 2014 के बाद से 100 गुना बेहतर काशी की कनेक्टिविटी हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र को 10 वर्ष में चमका दिया है। अब काशी विश्वनाथ धाम, दुनिया का सबसे बड़ा स्नान घाट ( नमो घाट) है। यहां हैलीपेड भी है। यहां बड़े-बड़े कार्यक्रम हो सकते हैं। काशी के घाट अब नए भव्य स्वरूप में देखने को मिलते हैं। काशी के देव मंदिरों का कायाकल्प हुआ है। अब काशी से हल्दिया के बीच में जलमार्ग का उपयोग कर यात्रा को बढ़ा सकते हैं। यह क्षेत्र भी अब तीर्थ के रूप में विकसित हो गया है। स्वास्थ्य हो या शिक्षा, विकास के विभिन्न पक्षों को लेकर काशी आज चमक रही है और काशी के साथ पूरा उत्तर प्रदेश नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 18 दिसंबर 2023 को इस समारोह का शुभारंभ किया था । शताब्दी महोत्सव के अवसर पर उन्होंने स्वर्वेद महामंदिर का भव्य उद्घाटन भी करते हुए विहंगम योग संत समाज एवं स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की थी। वर्ष 2021 में भी मोदी के सानिध्य में इस पूरे कार्यक्रम में हमें सहभागी बनने का अवसर प्राप्त हुआ था।