रांची (हि.स.) । झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा- कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल – वामदल के इंडिया गठबंधन को मात देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के साथ गठबंधन कर लिया है। एनडीए गठबंधन में सीटों का बंटवारा भी हो गया है। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और आजसू ने शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस किया। इस प्रेस कांफ्रेंस में असम के मुख्यमंत्री व भाजपा झारखंड चुनाव सह-प्रभारी हिमंत विश्व शर्मा, शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो, गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी सहित अन्य मौजूद रहे। मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश में एनडीए की सरकार है। शक्तिशाली भारत का निर्माण मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। केंद्र की मोदी सरकार विकास और शासन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि झारखंड में चुनावी बिगुल बज चुका है। इंडिया गठबंधन की सरकार ने झारखंड को तबाही के रास्ते पर ले गये हैं। हमारी कोशिश है कि बेटी, माटी, रोटी और नौजवान सुरक्षित रहे। शिवराज ने कहा कि झारखंड में भाजपा, आजसू, जदयू और लोजपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सीट शेयरिंग पर भी चर्चा हो चुकी है। आजसू 10 सीटों सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा और मनोहरपुर से प्रत्याशी उतारेगा। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) दो सीट तमाड़ और जमशेदपुर पश्चिमी जबकि एलजेपी एक सीट चतरा से चुनाव लड़ेगा। बाकी बची 68 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार उतारेगी। हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि यह चुनाव हम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एनडीए के साथ लड़ेंगे। झारखंड में एनडीए के प्रमुख घटक दल आजसू, जदयू और लोजपा हैं। सुदेश महतो ने कहा कि वर्तमान सरकार के कुशासन से झारखंड का हर वर्ग प्रभावित है। इस सरकार से निजात चाहता है। हम यहां दलीय आधार पर बैठे हैं। दूसरी ओर गांव, – देहात में जनता का समीकरण भी तैयार हो रहा है, धरातल पर । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के मुखिया ने जो कारनामे किए हैं, उसकी चर्चा देश – दुनिया में हो रही है। आजसू सुप्रीमो ने कहा कि एक पार्टी का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति निजी स्वार्थ में किस हद तक जा सकता है, इसका उदाहरण पूरे देश में इससे पहले नहीं देखा गया होगा। हम झारखंड के हित में नए जनादेश के साथ आने की तैयारी में हैं। हम झारखंड के विकास की जवाबदेही लेकर काम करने के लिए तैयार हैं। हम संयुक्त रूप से चुनाव के मैदान में जाएंगे। एक-दूसरे का सम्मान करेंगे। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमें मां-बहनों को सुरक्षा की गारंटी देनी है, उनको सशक्त करने की गारंटी देनी है। उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार ने अपने वादे नहीं निभाए। नौजवानों से वादा किया था कि सरकारी नौकरी देंगे। नहीं दे पाए, तो बेरोजगारी भत्ता देंगे। नव विवाहिताओं को सोने का सिक्का देने का वादा किया था । इन्होंने कोई वादा पूरा नहीं किया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासी आज चिंतित हैं। वर्ष 1951 में 36 फीसदी आदिवासी आबादी थी । यदि बात संताल परगना की करें, तो 1951 में 44 फीसदी आदिवासियों की आबादी थी। आज मात्र 28 फीसदी रह गई है। इससे आदिवासी परेशान हैं। राज्य सरकार को बताने के बावजूद उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं है। इसलिए भाजपा ने माटी, रोटी और बेटी को बचाने का संकल्प लिया है।