जोधपुर ( हिंस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि सीमा सुरक्षा बल फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस के नाम से जानी जाती है। इन्हीं के भरोसे अजेय भारत का विश्वास 140 करोड़ भारतवासियों के दिलों में पैदा हुआ है। इसका पूरा श्रेय सीमा पर खड़े हुए बीएसएफ जवानों को जाता है और किसी को इन पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सीमा से जब भी कोई अप्रिय घटना की सूचना आती है तो गृह मंत्री को जरा भी चिंता नहीं होती । यही भरोसा रहता है कि हमारे बीएसएफ के जवान निपट लेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जोधपुर में सीमा सुरक्षा बल के 60वें स्थापना दिवस ( राइजिंग डे ) परेड में शामिल हुए। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। गृह मंत्री को सुबह बीएसएफ की जीप में एसटीसी स्थित परेड ग्राउंड के मुख्य मंच तक लाया गया। गृह मंत्री ने कहा कि जवान अपने जीवन का स्वर्णकाल माइनस 43 डिग्री के तापमान से लेकर प्लस 43 डिग्री टेम्प्रेचर तक के वातावरण में बिताता है। बीएसएफ में कांप्रिहेंसिव इंट्रीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में धुबरी (असम) में शुरू किया है। इसे पाकिस्तान और बांग्लादेश की बॉर्डर पर लगाया जाएगा। बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि दी जा रही है। शाह ने कहा कि 2024 में बीएसएफ ने जाली मुद्रा, नारकोटिक्स, घुसपैठ और वामपंथी उग्रवाद के सामने लड़ने का रिकॉर्ड बनाया है।