बैंकों से लोन मिलने की रफ्तार धीमी बॉन्ड से पैसे जुटा रहीं कंपनियां

आईसीआईसीआई होम फाइनैंस का बॉन्ड गुरुवार को बंद होगा। इनक्रेड फाइनैंशियल सर्विसेज ने भी 215 करोड़ रुपये जुटाए हैं। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के अनुसार 1 अगस्त से अभी तक एनबीएफसी कॉर्पोरेट बॉन्ड से 73,820 करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं। जबकि ऐप्टस वैल्यू हाउसिंग फाइनैंस ने 8.75 फीसदी ब्याज पर 5 साल की परिपक्वता वाले बॉन्ड के जरिये 300 करोड़ रुपये जुटाए हैं। आईसीआईसीआई होम फाइनैंस 5 साल वाले बॉन्ड से 7.94 फीसदी की दर पर 275 करोड़ रुपये और 3 साल के बॉन्ड के जरिये 7.95 फीसदी ब्याज पर 300 करोड़ रुपये जुटा रही हैं। इसकी वजह ये है कि इस साल त्योहारी सीजन के दौरान ऋण की बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) डेट पूंजी बाजार से पैसे जुटाने में लगी हैं। बैंकों से ऋण मिलने की रफ्तार धीमी होने से भी एनबीएफसी ऋण प्रतिभूति बाजार में उतर रही हैं। रॉकफोर्ट फिनकैप के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जोखिम भार बढ़ाने के निर्णय के बाद से बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ा दी हैं और ऋण देने में चुनिंदा रुख अपना रहे हैं। इससे एनबीएफसी को पूंजी के लिए वाणिज्यिक प्रतिभूतियों और बॉन्ड जैसे विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘दर में जल्द कटौती होने की उम्मीद से कंपनियां वाणिज्यिक प्रतिभूतियां जारी करने का विकल्प चुन रही हैं।

बैंकों से लोन मिलने की रफ्तार धीमी बॉन्ड से पैसे जुटा रहीं कंपनियां
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