नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अपने खिलाफ लगे हितों के टकराव के सभी आरोपों को झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने दोहराया कि उन्होंने बाजार नियामक द्वारा निर्धारित सभी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन किया है। सेबी प्रमुख और उनके पति धवल बुच ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में दिए गए एक बयान में कहा कि पिछले कई दिनों से उनके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि धवल बुच और भारत में अगोरा एडवाइजरी और सिंगापुर में अगोरा पार्टनर्स नामक फर्मों के परामर्श कार्यों के बारे में सवाल उठाए गए हैं। ऐसा लगता है कि जब किसी वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के जीवनसाथी को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया जाता है, तो इसे पेशेवर योग्यता से परे कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। ऐसी धारणाएँ योग्यता और विशेषज्ञता की ताकत को नजरअंदाज करती हैं और ऐसे निष्कर्ष पर पहुँचती हैं जो सबसे दुर्भाग्यपूर्ण हैं ।