बीते सप्ताह आपूर्ति घटने के बीच त्योहारी मांग बढ़ने से देश के खाद्य तेल-तिलहन बाजार में सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल जैसे सभी तेल-तिलहन के दाम सुधार के साथ बंद हुए। बाजार सूत्रों ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में आयातित खाद्य तेलों के दाम में सुधार देखा गया। पिछले सप्ताह के मुकाबले समीक्षाधीन सप्ताह में सूरजमुखी तेल का दाम पहले के 1,095 1,100 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 1,120-1,125 डॉलर प्रति न हो गया। इसी प्रकार सोयाबीन डीगम तेल का दाम 1,050-1,060 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 1,065- 1,070 डॉलर प्रति टन और सीपीओ का दाम 1,090 1,100 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 1,035 1,040 डॉलर प्रति टन हो गया। इस तेजी का असर बाकी सभी तेल-तिलहन कीमतों पर हुआ जो खाद्य तेलों में सुधार का मुख्य कारण है। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 100 रुपये बढ़कर 6,775-6,825 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का भाव 150 रुपये बढ़कर 14, 150 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमशः 20-20 रुपये की मजबूती के साथ क्रमश: 2,195-2,295 रुपये और 2, 195 2,310 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। सोयाबीन दाने और लूज का भाव क्रमश: 55-55 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 4,885-4,935 रुपये प्रति क्विंटल और 4,660-4,795 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसी प्रकार सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमशः 550 रुपये, 400 रुपये और 350 रुपये बढ़कर क्रमश: 13,400 रुपये, 12,850 रुपये और 9,600 रुपये क्विंटल पर बंद हुए। मूंगफली तेल – तिलहन कीमतों में भी पिछले सप्ताहांत के मुकाबले सुधार का रुख रहा। मूंगफली तिलहन 100 रुपये की तेजी के साथ 6,450-6,725 रुपये क्विंटल, मूंगफली तेल गुजरात 125 रुपये के सुधार के साथ 15, 225 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव 30 रुपये की मजबूती के साथ 2,300-2,600 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। मांग बढ़ने और कम आपूर्ति की स्थिति के कारण कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 450 रुपये की तेजी के साथ 12,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।