मुशालपुर। बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोड़ो ने गुरुवार को बक्सा जिले के मुशालपुर के खारूजान में एकीकृत टेक्सटाइल पार्क में एरी सिल्क स्पिनिंग प्लांट का उद्घाटन किया। पूर्वोत्तर हस्तशिल्प और हथकरघा विकास निगम (एनईएचएचडीसी) द्वारा स्थापित यह प्लांट 12,916 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला है और इसे 14.92 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है । यह पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी एरी सिल्क स्पिनिंग मिल है, जिसमें 960 रिंग फ्रेम स्पिंडल और 450 किलोग्राम प्रतिदिन उत्पादन क्षमता है। सभा को संबोधित करते हुए बीटीसी प्रमुख बोड़ो ने परियोजना की सराहना की और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की इसकी क्षमता और विशेष रूप से एरी सिल्क की खेती में पारंपरिक रूप से शामिल महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका बनाने पर जोर दिया। प्रमोद बोड़ो ने राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए इस तरह के प्लांट लगाने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब हमारे पास पर्याप्त उद्योग होंगे, तभी हमारी अर्थव्यवस्था फलेगी-फूलेगी। उन्होंने सभी से इस संयंत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया । अपने संबोधन में उन्होंने नौकरी की तलाश में राज्य छोड़ने वाले युवाओं के मुद्दे पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उनमें से कई अन्य जगहों पर इस तरह के संयंत्रों में काम करते हैं। उन्होंने कोकून पालन में आने वाली चुनौतियों और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मशीनरी की कमी को स्वीकार किया। साथ ही उन्होंने इन बाधाओं को दूर करने में आधुनिक तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की परियोजना की क्षमता को भी रेखांकित किया। इससे पहले, स्वागत भाषण देते हुए एरी सिल्क स्पिनिंग मिल के डीजीएम (मार्केटिंग)/सीओओ विद्युत विकास राजकुंवर ने विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया और संयंत्र का अवलोकन कराया। राजकुंवर ने कहा कि यह संयंत्र 375 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार और लगभग 50,000 परिवारों को अप्रत्यक्ष आजीविका प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि आज तक मिल ने 22 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान किया है, जिसमें 54 प्रतिशत लोग बोड़ो समुदाय के हैं। उन्होंने संयंत्र की स्थापना में उनके निरंतर सहयोग के लिए उत्तर पूर्वी हस्तशिल्प और हथकरघा विकास निगम (एनईएचएचडीसी) और बीटीआर प्रशासन को भी धन्यवाद दिया। उद्घाटन कार्यक्रम में भूपेन बोड़ो, विधायक बरमा, राकेश ब्रह्मा, ईएम बीटीआर, धनंजय बसुमतारी, ईएम, बीटीआर, दाओबाइसा बोड़ो, ईएम बीटीआर, रक्तिम बुरागोहाई, सचिव, हथकरघा और वस्त्र, बीटीसी, पीवीएसएलएन मूर्ति, सीएमडी, एनईडीएफआई और प्रबंध निदेशक, एनईएचएचडीसी, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) आरके सिंह, अन्य लोग मौजूद थे।