बंद के दौरान हिंसा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले भी दागे

कोलकाता (हि.स.) । पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा बुधवार को आहूत बंगाल बंद के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा और तनाव की खबरें सामने आई। कई स्थानों पर पुलिस और भाजपा समर्थकों के झड़पें हुईं, जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू

गैस के गोल कुंडू स्टेशन पर बंद समर्थकों द्वारा रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के भी छोड़े गए। हुगलीकिया गया, जिससे अप और डाउन दोनों लाइनों की ट्रेनें रोक दी गई। जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास किया तो स्थिति बेकाबू हो गई। पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया । कूचबिहार में बंद के दौरान कई स्थानों पर हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने बताया कि सुबह 10 बजे तक कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें तुफानगंज की विधायक मालती राभा राय और कूचबिहार दक्षिण के विधायक निखिलरंजन डे भी हैं। इन दोनों विधायकों को पहले हिरासत में लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया । दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर नगरपालिका क्षेत्र में भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच विवाद छिड़ गया। दोनों दलों के समर्थकों के बीच हाथापाई हुई, जिसमें तृणमूल के हमले में एक भाजपा कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट आई। हावड़ा – बंडेल लोकल ट्रेन को भी हावड़ा स्टेशन पर रोक दिया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने रेल ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन किया। इसी तरह, मुर्शिदाबाद के कई स्टेशनों पर भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया, जिससे ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। पश्चिम मिदनापुर के घाटाल और भाटपाड़ा में भी बंद के दौरान भाजपा और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं। भाजपा ने यहां पुलिस पर अकारण बल प्रयोग करने का आरोप लगाया। इस दौरान भाटपाड़ा में गोलीबारी की सूचना भी आई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। राज्य के विभिन्न जिलों जैसे असनसोल, मालदा, कूचबिहार, और पूर्व मेदिनीपुर में भी बंद के समर्थन और विरोध में जमकर प्रदर्शन हुए। कई स्थानों पर बसों और अन्य वाहनों को रोककर प्रदर्शन किया गया। बंगाल में भाजपा के इस बंगाल बंद ने राज्य के कई हिस्सों में तनाव पैदा कर दिया । समाचार लिखे जाने तक कई स्थानों पर पुलिस की सख्ती से स्थिति नियंत्रण में आ गई है जबकि कुछ स्थानों पर तनाव बरकरार है। उधर बंद के दौरान भाजपा के स्थानीय नेता प्रियांगु पांडे पर हमला हुआ, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अज्ञात व्यक्ति प्रियांग पांडे की कार पर फायरिंग कर रहा है। इस हमले में कुल छह राउंड गोलियां चलाई गईं, जिसमें कार का शीशा टूट गया और गोली ड्राइवर को जा लगी। इस घटना में प्रियांगु पांडे भी घायल हो गए और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस हमले को टीएमसी के गुंडों की करतूत बताया और कहा कि ये ममता बनर्जी और उनकी पार्टी द्वारा भाजपा को सड़कों से हटाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि इस बंद को लोगों का समर्थन मिला है और पुलिस और टीएमसी का गठजोड़ भाजपा को डराने में नाकाम रहेगा। भाजपा के एक अन्य नेता अर्जुन सिंह ने बताया कि प्रियांगु पांडे पार्टी के नेता हैं और जब वह अपनी गाड़ी में आ रहे थे, तभी उन पर बम और गोलियों से हमला हुआ। उन्होंने कहा कि हमले के वक्त एसीपी भी मौजूद थे, और यह एक सोची- समझी रणनीति के तहत किया गया है। इस घटना के बाद राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है, और भाजपा ने इसे ममता बनर्जी सरकार की विफलता बताते हुए विरोध जारी रखने की चेतावनी दी है। इस बीच, भाजपा नेता सजल घोष को बंद लागू करने के आरोप में पुलिस ने मध्य कोलकाता के उनके बोबाजार घर से हिरासत में ले लिया। पुलिस उपायुक्त (मध्य) इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि घोष को क्षेत्र में कथित रूप से उपद्रव फैलाने के आरोप में लालबाजार ले जाया गया। घोष की पत्नी तानिया घोष ने आरोप लगाया कि उनके पति केवल हाथ जोड़कर शांतिपूर्वक अपील कर रहे थे कि चिकित्सक की हत्या के लिए न्याय के समर्थन में 12 घंटे का बंद रखा जाए। भाजपा नेता रूपा गांगुली और अग्निमित्रा पॉल को टीएमसी समर्थकों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जब भाजपा नेता दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट मोड़ पर बाजार बंद करने की अपील कर रहे थे। भाजपा अध्यक्ष मजूमदार और पूर्व सांसद देबोश्री चौधरी को उत्तर 24 परगना के बागुईहाटी में देखा गया, जहां उन्होंने विरोध मार्च का आयोजन किया, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें बंद के समर्थन में सड़कों पर मार्च न करने के लिए कहा।

बंद के दौरान हिंसा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले भी दागे
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