
जयपुर ( हिंस) । फाल्गुन शुल्क द्वितीया शनिवार एक मार्च फुलेरा दोज के रूप में मनाई गई । फुलेरा दोज पर अबूझ मुहूर्त पर शनिवार को शादियों की धूम रही। शहर की सड़कों पर बैंड बाजे और बाराती नजर आए। शनिवार को शहर भर में करीब 15 सौ से अधिक शादियां हुई। अबूझ सावा में एकल विवाह के अलावा विभिन्न समाजों के सामुहिक विवाह सम्मेलन भी संपन्न हुए। बताया जा रहा है कि ये सर्दी के सीजन का आखिरी और सबसे बड़ा सावा है। इसके बाद से 6 मार्च से होलाष्टक लग जाएंगे। और 14 मार्च से मीन मलमास लगने से अब एक महीने बाद अप्रेल में ही मांगलिक कार्यो की शुरुआत होगी। 15 सौ से अधिक शादियों के लिए मैरिज गार्डन, सामुदायिक केंद्र पहले से ही बुक फाल्गुन शुल्क द्वितीया, फुलेरा दोज पर अबूझ सावा स्वयं सिद्ध मुहूर्त का सबसे बड़ा सावा है। राजधानी के सभी मैरिज गार्डन, सामुदायिक केंद्र पहले से ही बुक हो चुके है। ऑल वेडिंग इंडस्ट्रीज फेडरेशन के महामंत्री भवानी शंकर माली ने जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर जिले में फुलेरा दोज के अबूझ सावों पर 3 हजार से अधिक शादियां हो रही हो रही है। जिसके चलते सभी होटल, रिसॉर्ट, बैंड बाजे,m घोड़ा लवाजमा करीब एक महीने पहले से ही बुक हो चुके है। इस बार इस अबूझ सावे में करीब 3 करोड़ रुपए का व्यापार होने का अनुमान जताया जा रहा है । फुलेरा दोज के अवसर पर एकल विवाह के साथ- साथ अलग-अलग जगहों पर सामूहिक विवाह के आयोजन भी संपन्न हुए । शनिवार को कई समाजों ने सामूहिक विवाह के आयोजन किए। शनिवार को रामसिंहपुरा सांगानेर एसडीएम कोर्ट के पास श्री कृष्ण यादव (अहीर) का सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें समाज के गणमान्य लोगों ने बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आयोजित समिति के ओमप्रकाश चित्तौस्या ने बताया कि फुलेरा दोज के पावन अवसर और अबूझ सावे को देखते हुए अहीर समाज के 65 जोड़े परिणय सूत्र बंधें । अबूझ सावे पर शनिवार को सामूहिक विवाह आयोजन समिति गुर्जर समाज के तत्वावधान में दशहरा मैदान, आदर्श नगर में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें 20 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ ।
