प्रशासनिक सुधारों को नई गति देते कई सम जिलों का उद्घाटन

गुवाहाटी/रंग/ रंगिया (हिंस ) । असम के आवास और शहरी मामले तथा सिंचाई मंत्री अशोक सिंघल ने प्रशासनिक सुधारों को नई गति देते हुए दरंग जिले में सिपाझाड़ और दलगांव सम जिलों का आज उद्घाटन किया। मंत्री ने दो सम जिलों के कार्यालयों का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर दो अलग-अलग जनसभाओं को संबोधित करते हुए मंत्री सिंघल ने कहा कि सम जिलों का गठन मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा नेतृत्व वाली असम सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रयास है, जिसका उद्देश्य शासन प्रणाली को और अधिक जनोन्मुखी बनाना तथा सरकारी सेवाओं को और अधिक सुलभ, उत्तरदायी और कुशल बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुधार-प्रदर्शन- परिवर्तन के मंत्र के आधार पर देश के पहले राज्य के रूप में सम जिलों का निर्माण करके आज असम के शासन में ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत की है। मंत्री ने कहा कि जिले के भीतर एक छोटे प्रशासनिक समूह के रूप में ये सम जिले नागरिकों को समय पर आवश्यक सरकारी सेवाएं प्रदान करने और प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण के रूप में काम करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रशासनिक सुधार से न केवल स्थानीय शासन में सुधार होगा, बल्कि राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था भी मजबूत होगी। मंत्री सिंघल ने कहा कि दलगत राजनीति से परे जाकर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा असम के हर क्षेत्र के समान विकास के माध्यम से असम को देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सम जिलों का उद्घाटन प्रशासन के एक नए चरण की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें असम न केवल देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा, बल्कि अन्य राज्यों के लिए अनुकरण करने के लिए एक उज्ज्वल उदाहरण भी स्थापित करेगा । प्रशासनिक सेवाओं का विकेंद्रीकरण करके, राज्य सरकार का उद्देश्य सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार करना, कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाना और नागरिकों के दरवाजे तक शासन लाना है। उन्होंने कहा कि असम इस सुधार के माध्यम से शासन की एक आधुनिक, कुशल और जन- केंद्रित प्रणाली शुरू करके देश का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। उन्होंने सम जिला आयुक्तों और अधिकारियों व कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे जिला आयुक्त कार्यालय को पूरी तरह दलाल मुक्त बनाएं और जनता के सेवक बनकर लोगों की सेवा करें। दोनों कार्यक्रमों में दरंग – उदालगुड़ी के सांसद दिलीप सैकिया, सिपाझाड़ के विधायक परमानंद राजबंशी, मंगलदै के विधायक बसंत दास, दलगांव के विधायक मुजीबुर रहमान, असम मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष गुरुज्योति दास, दरंग के जिला आयुक्त पराग कुमार काकती और अन्य लोग शामिल हुए। सिपाझाड़ और दलगांव सम जिले के नवनियुक्त सम जिला आयुक्तों के साथ स्थानीय लोग भी इस दौरान मौजूद रहे। गुवाहाटी । असम में आज से कोई अनुमंडल नहीं होगा। इसके बजाय, राज्य में 39 सम जिले बनाए जा रहे हैं। सीमावर्ती जिला करीमगंज में दो नए सम जिले रामकृष्ण नगर और पथारकांदी आज से शुरू हो गए हैं। राज्य के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण आदि विभाग के तथा बराक घाटी के अभिभावक मंत्री जयंत मल्लबरुवा दो ऐसे ही सम जिलों के उद्घाटन के लिए आज करीमगंज पहुंचे। मंत्री सबसे पहले रामकृष्ण नगर पहुंचे और सम जिला के कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। कार्यालय भवन का वैदिक मंत्रोच्चार और सनातनी परंपराओं के साथ उद्घाटन किया गया। बाद में मंत्री की उपस्थिति में इस अवसर पर एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में रामकृष्ण नगर के उत्साही लोग इसमें शामिल हुए। मंत्री मल्लबरुवा ने कहा कि आज से छोटे-मोटे काम के लिए जिला मुख्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी । क्षेत्र का अधिकांश कार्य सम जिला कार्यालय में ही होंगे। रंगिया से हमारे संवाददाता के अनुसार असम के प्रशासनिक खंड में एक नए संयोजन के रूप में कामरूप जिले के अंतर्गत रंगिया को समजिला की मान्यता दी गई है। इस मौके पर शुक्रवार को रंगिया चिराखुंदी में आयोजित समारोह में असम सरकार के पर्यावरण और वन, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री तथा कामरूप जिले के अभिभावक मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने उपस्थित होकर आधिकारिक रूप से नवगठित समजिला के समआयुक्त कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने भाषण देते हुए इसे समजिला की शक्तियों के विकेंद्रीकरण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर बताया और इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा कि असम को पांच श्रेष्ठ राज्यों की पंक्ति में ले जाने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार का प्रयास जिसमें समजिला का गठन ने एक नई गति प्रदान की है। मंत्री पटवारी ने समजिलाओं में विभिन्न विकास परियोजनाओं पर टिप्पणी की। मंत्री पटवारी ने अपने संबोधन में बताया कि प्रशासनिक संस्कार, क्षमता का विकेंद्रीकरण, जमीनी स्तर तक सरकारी योजनाओं की सुविधाओ को प्रदान करने के क्षेत्र में समजिला किस प्रकार सहायक होगा इसपर टिप्पणी की। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित राज्यसभा के सांसद भुवनेश्वर कलीता ने कहा कि समजिला के गठन के परिणामस्वरूप नागरिकों को बहुत लाभ मिलेगा । दूरी ओर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, दरंग उदालगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के सांसद दिलीप सैकिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत समजिला के गठन ने असम सरकार द्वारा विकास के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू किया है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रंगिया विधानसभा के विधायक भवेश कलीता ने भी प्रशासनिक सुधार और क्षमता का विकेंद्रीकरण को एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने समजिला के गठन के बाद अब राजस्व से संबंधित कोई भी सेवाओं के साथ अन्य सरकारी सेवाएं किस तरह जनता के लिए सहायक होगी इस बात पर व्याख्या की। इस अवसर पर कामरूप जिले के जिला आयुक्त देव कुमार मिश्रा ने भी भाषण प्रदान दिया। कार्यक्रम में रंगिया के समजिला आयुक्त देवाशिष गोस्वामी उपस्थित रहे वहीं कार्यक्रम के मंच का संचालन योगाचार्य ज्योतिष कलिता द्वारा किया गया।

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