कोलकाता। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष शुभंकर सरकार और पार्टी के कई अन्य नेताओं का रविवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और शुभंकर सरकार और अन्य कांग्रेस नेता रविवार को उन्हें समर्थन देने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की और वापस जाओ के नारे लगाए। दरअसल मरीज के परिजनों द्वारा पिटाई के विरोध में उत्तर 24 परगना के सरकारी अस्पताल सागर दत्ता शुभंकर सरकार से कहा कि यह बेहतर स्वास्थ्य सेवा, बेहतर बुनियादी ढांचे और कार्यस्थलों पर डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अधिक सुरक्षा के लिए नागरिकों का एक जन आंदोलन है। यह जूनियर डॉक्टरों का मंच है। आप कृपया यहां से चले जाएं। हम आपसे हाथ जोड़कर अनुरोध करते हैं। शुक्रवार को एक मरीज के परिजनों ने उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी इलाके में स्थित सागर दत्ता अस्पताल में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट की। इस घटना के विरोध में डॉक्टर्स ने काम रोक दिया और हड़ताल शुरू कर दी। डॉक्टर्स की मांग है कि अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर किया जाए। रविवार को डॉक्टर्स की हड़ताल का तीसरा दिन है। बीते दिनों कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में बंगाल सरकार घिरी हुई है। इस मुद्दे पर राजनीति भी खूब हो रही है। यही वजह है कि जब सागर दत्ता अस्पाल में भी डॉक्टर्स ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो कांग्रेस नेता उन्हें समर्थन देने पहुंच गए। हालांकि डॉक्टर्स ने कांग्रेस नेताओं को मुद्दे पर राजनीति करने से रोक दिया। डॉक्टर्स ने कहा कि उनका प्रदर्शन गैर- राजनीतिक है और किसी भी राजनेता को उनके मंच में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।