
गुवाहाटी (हिंस)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे ) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार को जिरिबाम – इंफाल नई लाइन परियोजना के अधीन जिरबाम – खोंगसांग सेक्शन का गहन निरीक्षण किया। जिरिबाम-खोंगसांग सेक्शन, मणिपुर में रेलवे संपर्क को बढ़ावा प्रदान करने में महत्वपूर्ण 110.625 किलोमीटर लंबी जिरबाम – इंफाल रेलवे परियोजना का एक हिस्सा है, जो 55.36 किलोमीटर लंबा है। शुरुआत में सितंबर, 2022 में खोला गया यह सेक्शन वर्तमान में आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाली नियमित मालगाड़यों की सेवाएं खोंगसांग तक प्रदान की जा रही है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने इस सेक्शन में ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन को सुनिश्चित करने के लिए सुरंगों, पुलों, ट्रैक और सिग्नलिंग व्यवस्था सहित आधारभूत संसाधनों की विस्तृत समीक्षा की। महाप्रबंधक ने विभिन्न स्टेशनों पर संरक्षा कर्मचारियों के साथ बातचीत कर ट्रैक को सुदृढ़ बनाने, भूस्खलन जैसे भूगर्भीय स्थिरता और सुरक्षा संबंधी मुद्दों सहित प्रमुख चुनौतियों को दूर करने पर जोर दिया। जैसे-जैसे परियोजना आगे बढ़ेगी, खोंगसांग – नोनी ( 18.25 किलोमीटर) और नोनी – इंफाल (37.02 किलोमीटर) सेक्शनों को आने वाले वर्षों में चालू किया जाएगा। परियोजना पूर्ण होने पर जिरिबाम- इंफाल रेलवे लाइन मणिपुर की कनेक्टिविटी में बदलाव लाएगी, जिससे आर्थिक वृद्धि एवं क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। जिरिबाम – इंफाल नई रेलवे लाइन परियोजना पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजनाओं में एक है।
