नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड हुई पांच लाख नियुक्तियां
बेगूसराय, (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में देश समग्र विकास कर विश्व में परचम लहरा रहा है। ऐसे में रेलवे भी विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। देश भर में ना केवल रेलवे की आधारभूत संरचना मजबूत की जा रही है, यात्री सुविधाओं में वृद्धि की जा रही है। बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी दिए जा रहे हैं। यूपीए की तुलना में मोदी सरकार में रेलवे में रोजगार मिलने में करीब 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पिछले एक वर्ष में भारतीय रेलवे द्वारा डेढ़ लाख लोगों को नियुक्त किया गया है। विगत नौ वर्षों में रिकॉर्ड नियुक्तियां हुई है। 2004 से 14 तक रेलवे द्वारा चार लाख 11 हजार लोगों को नियुक्त किया गया था, जो औसतन लगभग 41 हजार वार्षिक था। जबकि 2014 से 2023 तक करीब पांच लाख लाख लोगों को नियुक्त किया गया है, जो कि औसतन 50 हजार वार्षिक है। कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में भी रेलवे द्वारा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। भारतीय रेल द्वारा सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर, ट्रेन मैनेजर, जूनियर इंजीनियर, टेक्निशियन, कॉमर्शियल क्लर्क, ट्रैक मेंटेनर सहित अन्य पदों पर सीधी नियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में विश्व की सर्वाधिक भर्ती पर- क्षा भारतीय रेल ने आयोजित किया। दिसम्बर 2020 से जुलाई 2021 के बीच विश्व का सबसे बड़ा रोजगार भर्ती अभियान चलाया गया था । इसके तहत एनटीपीसी पद (रेलवे में गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी पद) के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट लिया गया। इस परीक्षा में एक करोड़ 26 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिस ाके तहत 211 शहरों में 726 सेंटरों पर 133 पाली में परीक्षा लिए गए थे। इसके साथ ही आरआरसी द्वारा ग्रेड - डी के लिए आयोजित परीक्षा में एक करोड़ 11 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसके तहत 191 शहरों में 551 सेंटरों पर 99 पाली में परीक्षा लिए गए। इस दोनों परीक्षाओं में कुल दो करोड़ 37 लाख परीक्षाथीयों ने 402 शहरों में 1277 सेंटरों पर 232 पाली में परीक्षा दिए। दोनों परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया जो पूरी तरह पारदर्शी एवं कदाचार मुक्त रहा। इसके साथ ही रेलवे में चल रही विभिन्न निर्माण परियोजनाओं के तहत भी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराये जा रहे हैं। एक किलोमीटर रेलवे लाईन के निर्माण से करीब 33 हजार मानव दिवस रोजगार सृजन होता है। पिछले वर्ष 56 सौ किलोमीटर नई लाईन, दोहरीकरण एवं आमान परिवर्तन के कार्य पूरे किए गए। जिनसे प्रतिदिन पांच लाख से ज्यादा मानव दिवस रोजगार सृजित हुआ । इसके साथ ही बड़े पैमाने पर विद्युतीकरण एवं आ रओबी और आरयूबी स्टेशन पुनर्विकास के भी कार्य पूरे किए गए तथा किए जा रहे हैं। जिनसे एक साल में करीब दस लाख अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं। इस वित्तीय वर्ष में रेलवे द्वारा 2.5 लाख करोड़ रुपए का अब तक के सर्वाधिक पूंजीगत व्यय द्वारा परियोजनाओं का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से भी बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं। पूर्व मध्य रेल भी रोजगार सृजन के मामले में काफी प्रगतिशील है । पूर्व मध्य रेल द्वारा पिछले वर्ष 662 किलोमीटर नई लाईन, दोहरीकरण एवं आमान परिवर्तन के कार्य पूरे किए गए। इसके साथ ही विद्युतीकरण एवं आरओबी और आरयूबी के भी कार्य पूरे किए गए। जिससे करीब चार लाख प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराए जा चुके हैं।