नगांव : आगामी चुनाव में होगा कड़ा मुकाबला : पीयूष

नगांव : आगामी चुनाव में होगा कड़ा मुकाबला : पीयूष

नगांव (हिंस) । कांग्रेस ने पैसे के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। यह आरोप लगाते मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि पार्टी चलाना कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य नहीं है, पैसा कमाना उनका मुख्य उद्देश्य है। आगामी लोकसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है। हम 11 सीटें जीतेंगे और हम 12 सीटें भी जीत सकते हैं। हम नगांव में कड़ा मुकाबला करेंगे। चूंकि नगांव में अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या अधिक है, इसलिए हम कड़ा संघर्ष करेंगे। ये बातें मंत्री पीयूष हजारिका ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में आज कहीं। उन्होंने कहा कि नगांव निर्वाचन क्षेत्र को किसी भी तरह से नहीं छोड़ा जाएगा । कांग्रेस का यहां उम्मीदवार कौन होगा, यहां हम देख रहे हैं। मौजूदा सांसद प्रद्युत बरदलै को टिकट मिलता है या गौरव गोगोई को प्रद्युत बरदलै को छुड़ा घोंपकर टिकट मिलता है ? इसके बाद हम निश्चित रूप से टीम से व्यवस्था लेंगे। मंत्री ने घोषणा की कि इस निर्वाचन क्षेत्र में आसानी से चुनाव नहीं लड़ा जाएगा और इसे आसानी से छोड़ा नहीं जाएगा। पत्रकारों द्वारा विपक्ष की एकता पर भाजपा की चिंता संबंधी सवाल पर मंत्री ने कहा कि विपक्ष को एकजुट करने का कोई मतलब नहीं है । सबने अलग उम्मीदवार दिए हैं। मंत्री ने कहा कि भूपेन बोरा असम में 14 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतार रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उम्मीदवार उतारा है। उन्होंने कहा कि अजप ने भी उम्मीदवार उतारे हैं। उन्होंने दोहराया कि यह गठबंधन चुनाव तक नहीं चलेगा। मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि जब वे उम्मीदवार उतारेंगे तो गठबंधन खत्म हो जाएगा। गठबंधन के एक सहयोगी ने कांग्रेस पार्टी से यह भी पूछा कि आपने हमसे परामर्श किए बिना एक विशेष व्यक्ति को टिकट क्यों दिया, तो उन्हें कांग्रेस पार्टी द्वारा कहा गया कि अगर उन्हें उम्मीदवार घोषित किया जाता है तो उनसे कुछ और पैसे मिल सकते हैं। मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का पूरा सिस्टम पैसा लेने का है। चाहे वह वैध रूप से हो या अवैध रूप से उन्होंने आरोप लगाया कि असम में सरकार चलाना कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य नहीं है । इनका असम के लोगों की सेवा या मदद करना लक्ष्य नहीं है। उनका लक्ष्य है कि कैसे कुछ पैसा कमाया जाए। चाहे वह पार्टी कार्यकर्ताओं से हो या अन्य दलों से उनको कुल मिलाकर पैसा लेना है। मंत्री ने कहा कि यही वर्तमान में कांग्रेस पार्टी में चल रहा है।

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