धौलपुर (हिंस) । पूर्वी राजस्थान के धौलपुर जिले में बीते तीन दिन से चल रहा बारिश का दौर आज थम गया। शुक्रवार को बारिश का दौर थमने के साथ ही धूप निकली तथा लोगों को अतिवृष्टि से राहत भी मिली। उधर, मौसम विभाग ने भी तीन दिन तक बारिश का दौर थमने रहने का पूर्वानुमान जताया है। प्रदेश के हाड़ौती आंचल तथा भरतपुर संभाग में बीते दो दिनों से हो रही बरसात के बाद चंबल नदी में पानी की आवक बढ़ी है। शुक्रवार को धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया । धौलपुर में चंबल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद धौलपुर जिला प्रशासन ने चंबल नदी के तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। बीते दो दिनों में भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर, करौली और धौलपुर जिले में हुई बरसात तथा प्रदेश के हाडोती आंचल से चंबल नदी में पानी की आवक होने के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। शुक्रवार सुबह चंबल नदी का जलस्तर 134.30 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 130.79 मीटर से करीब 4 मीटर अधिक है। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश कुमार मीणा ने बताया कि चंबल नदी का बेड लेवल 115 मीटर है। जबकि 129.79 मीटर वार्निंग लेवल तथा खतरे का निशान 130.79 मीटर है। चंबल नदी के जल स्तर पर निगरानी रखी जा रही है तथा तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़कर सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उधर, धौलपुर जिले में शुक्रवार को बारिश का दौर थम गया जिससे प्रशासन समेत आमजन अभी रात की सांस ली है। बारिश का दौर थमने के बाद पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में भी पानी की अवधि थम गई। जिसके बाद पार्वती बांध से सभी गेटों को बंद करके पानी के निकासी को बंद कर दिया गया। पार्वती बांध से पानी की निकासी बंद होने के बाद अब पार्वती नदी में भी जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश कुमार मीणा ने बताया कि पार्वती बांध को कुल भराव क्षमता 223.41 मीटर के बाद करीब एक फीट खाली छोड़ा गया है। इसके बाद बांध में पानी की आवक को देखते हुए कुल भराव होने पर बांध के गेटों को फिर से खोला जाएगा। बारिश का दौर थमने के बाद में धौलपुर के बाड़ी तथा सैपउ रोड पर हुए जलभराव में कमी आई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।