दुर्लभ’ प्रलय की मछली ‘ दिखने के बाद लगाई जा रही अटकलें

दुर्लभ' प्रलय की मछली ' दिखने के बाद लगाई जा रही अटकलें
दुर्लभ’ प्रलय की मछली ‘ दिखने के बाद लगाई जा रही अटकलें

मैड्रिड स्पेनिश शहर लास पालमास के समुद्र तट पर एक दुर्लभ ओरफिश देखी गई। इस मछली को आमतौर पर ‘डूम्सडे फिश’ यानी ‘ प्रलय की मछली’ कहा जाता है। ओरफिश प्रजाति की मछलियां गहरे समुद्र में पाई जाती हैं और पानी की सतह पर बहुत कम देखी जाती हैं।

इस दुर्लभ मछली के दिखने के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मछली अचानक समुद्र किनारे आकर तड़पने लगी और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। जापानी लोककथाओं और अन्य प्राचीन मान्यताओं में ओरफिश को प्राकृतिक आपदाओं का संकेत माना जाता है। कहा जाता है कि जब यह मछली समुद्र किनारे आती है, तो किसी बड़े भूकंप या सुनामी की आशंका बढ़ जाती है। 2011 में जापान के फुकुशिमा भूकंप से पहले भी समुद्र तटों पर ओरफिश देखी गई थी। आरटी इंडिया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें यह मछली समुद्र के किनारे तड़पती नजर आ रही है । इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग इसे वापस पानी में छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मछली कुछ ही देर में दम तोड़ देती है। आमतौर पर ओरफिश का आकार काफी बड़ा होता है, लेकिन इस मछली की लंबाई अन्य ओरफिश की तुलना में कम थी। इसकी पहचान इसके अनोखे शरीर और सिर पर मौजूद लाल हड्डी से की गई। ओरफिश के अचानक सतह पर आने और भूकंप के बीच संबंध को लेकर वैज्ञानिकों की अलग राय है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मछली गहरे समुद्र में 200 से 1,000 मीटर की गहराई में पाई जाती है और जब किसी कारणवश बीमार या कमजोर हो जाती है, तो सतह के पास आ जाती है। 2019 में हुए एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला गया कि जापान में ओरफिश के देखे जाने और भूकंप के आने के बीच कोई वैज्ञानिक संबंध नहीं है। कई विशेषज्ञ इसे केवल एक संयोग मानते हैं और दावा करते हैं कि ओरफिश के तट पर आने का कारण उसका बीमार या रास्ता भटक जाना होता है।

दुर्लभ' प्रलय की मछली ' दिखने के बाद लगाई जा रही अटकलें
दुर्लभ’ प्रलय की मछली ‘ दिखने के बाद लगाई जा रही अटकलें
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