खुदरा के बाद थोक महंगाई दर में गिरावट आई है। सब्जियों और खाने-पीने के चीजों के दाम घटने से थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर नवंबर माह में घटकर 1.89 फीसदी पर आ गई है। इससे पिछले महीने अक्टूबर में यह 2.36 फीसदी थी। सितंबर में थोक महंगाई दर 1.84 फीसदी पर थी। पिछले वर्ष नवंबर थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित थोक महंगाई दर 0.39 फीसदी थी । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि नवंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई घटकर 8.29 फीसदी पर आ गई है, जबकि अक्टूबर में यह 11.59 फीसदी थी। इसकी वजह सब्जियों की कीमतों में गिरावट रही, जो अक्टूबर में 63.04 फीसदी के मुकाबले नवंबर में घटकर 28.57 फीसदी पर आ गई मंत्रालय के मुताबिक प्याज की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज हुई है, जिससे नवंबर के दौरान 2.85 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इसी तरह फ्यूल और बिजली में भी नवंबर में 5.83 फीसदी की गिरावट देखी गई, जबकि अक्टूबर में यह 5.79 फीसदी पर थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बताया कि मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की कैटेगिरी में महंगाई नवंबर महीने में बढ़कर 2 फीसदी हो गई है, जो अक्टूबर महीने में 1.50 फीसदी थी। हालांकि, आलू की महंगाई 82.79 फीसदी के उच्चतम स्तर पर बनी रही। नवंबर माह में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर 5.48 फीसदी पर थी।