आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की ताकत का लोहा पूरी दुनिया ने मान लिया है और अब विभिन्न देशों के बीच इसे तेजी से अपनाने की होड़ शुरू हो गई है। एआई बूम के इस केंद्र में चिप निर्माता, एनविडिया कॉर्प का नाम उभरकर सामने आता है। बहुत जल्द एनविडिया वॉल स्ट्रीट के सबसे पुराने तीन मुख्य इक्विटी इंडेक्स में शामिल होने वाली है । एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक एसएंडपी डॉव जोन्स इंडेक्स ने शुक्रवार देर रात एक बयान में कहा कि कंपनी 8 नवंबर को कारोबार शुरू होने से पहले 128 साल पुराने डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में प्रतिद्वंद्वी इंटेल कॉर्प की जगह लेगी। इसके अलावा डॉव इंक की जगह शेरविन- विलियम्स कंपनी भी शामिल हो रही है। एनवीडिया का इस प्रतिष्ठित इंडेक्स में शामिल होना एआई-संचालित रैली की शक्ति का प्रमाण है। पिछले 2 वर्षों में एनवीडिया का शेयर 900 प्रतिशत तक बढ़ा है। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज एकमात्र प्रमुख अमेरिकी इक्विटी इंडेक्स था जिसमें अब तक एनवीडिया शामिल नहीं था । एडवाइजर्स एसेट मैनेजमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, एनवीडिया एक अच्छी तरह से चलने वाली कंपनी है और डॉव में शामिल होने से पता चलता है कि हाल के वर्षों में इसकी रैली कितनी शक्तिशाली रही है। कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में स्थित एनवीडिया, एआई के प्रति उत्साह की प्रतीक रही है और इसने बाजार में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। चिपमेकर का बाजार मूल्य सप्ताह के अंत में 3.32 लाख करोड़ डॉलर था, जो एप्पल इंक से मात्र 50 अरब डॉलर कम है। पोस्ट- मार्केट ट्रेडिंग में एनवीडिया के शेयर 3.2 प्रतिशत बढ़े, जिससे यह संभावना बनी कि सोमवार तक अगर यह बढ़त बनी रही, तो एनवीडिया श्चश्चद्यद्र को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन सकती है। इंटेल को नवंबर 1999 में इस इंडेक्स में शामिल किया गया था, जब इसे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प, एसबीसी कम्युनिकेशंस और होम डिपो इंक के साथ जोड़ा गया था। कंप्यूटर प्रोसेसर के क्षेत्र में कभी अग्रणी रही इंटेल हाल के समय में एक टर्नअराउंड योजना के तहत संघर्ष कर रही है।