गुवाहाटी (हि.स.)। राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) के सांस्कृतिक विंग द्वारा मंगलवार को सुधाकंठ डॉ. भूपेन हजारिका की 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ. भूपेन हजारिका की फोटो के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक मानवेंद्र देब रॉय ने इस महान कलाकार के कार्यों तथा विशेष रूप से उनके गीतों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका ने असम की मिट्टी, पानी, सामाजिक संदर्भ का गहराई से अध्ययन किया और उसके आधार पर गीतों की रचना की। संगीत के साथ लोगों को राज्य में सभी परिस्थितियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया । उन्होंने कहा कि सुधाकंठ अपनी रचनात्मकता के साथ असमिया सामाजिक जीवन के सपने और सुंदरता को विश्व दरबार में स्थापित करने में सक्षम हुए। उनका कार्य हमें समाज का विकास करने के लिए प्रेरित करता रहेगा । इस अवसर पर निदेशालय के सभी अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके कई कालजयी गीत प्रस्तुति किए। सुधाकंठ की स्मृति में सांस्कृतिक शाखा की कलाकार जूरी गोस्वामी द्वारा रचित एक कविता भी पढ़ी गई ।