
नई दिल्ली.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2025 में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की थी। पहले मुकाबले में गुजरात जायंट्स के खिलाफ रिकॉर्ड 202 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज की, फिर दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) को आठ विकेट से हराया। लेकिन घरेलू मैदान पर खेले गए चारों मुकाबले गंवाने के बाद अब टीम प्लेऑफ से बाहर होने की कगार पर है। आरसीबी के अभी छह मैचों में सिर्फ चार अंक हैं और टीम अपने बचे हुए दो मुकाबले यूपी वॉरियर्स और मुंबई इंडियंस के खिलाफ जीतकर अधिकतम आठ अंकों तक ही पहुंच सकती है। दूसरी ओर, जायंट्स और मुंबई पहले ही आठ अंकों पर हैं, जबकि दिल्ली कैपिटल्स (10 अंकों के साथ) प्लेऑफ में पहुंच चुकी है। हालांकि आरसीबी के लिए राह मुश्किल जरूर है, लेकिन उनकी किस्मत अब भी उनके हाथों में है। वहीं, यूपी वॉरियर्स की टीम प्लेऑफ की दौड़
से बाहर हो चुकी है। आरसीबी के लिए जीत जरूरी
आरसीबी की प्लेऑफ की उम्मीदें शनिवार को यूपी वॉरियर्स के खिलाफ होने वाले मुकाबले पर टिकी हैं। हारने की स्थिति में उनकी दौड़ वहीं खत्म हो जाएगी। लेकिन जीत दर्ज करने पर आरसीबी को मुंबई इंडियंस और जायंट्स के बीच होने वाले मुकाबले के नतीजे पर नजर रखनी होगी, ताकि उन्हें यह पता चल सके कि प्ले ऑफ में जाने के लिए उन्हें किस टीम से नेट रन रेट में आगे निकलना होगा। फिलहाल, जायंट्स का नेट रन रेट मुंबई से बेहतर है, लेकिन आरसीबी के लिए राहत की बात यह है कि उनका आखिरी मुकाबला मुंबई से ही होगा। आरसीबी इस समय मुंबई के नेट रन रेट से लगभग 60 रन पीछे है, लेकिन अगर वे यूपी वॉरियर्स को 10 रन से हरा दें और जायंट्स मुंबई को भी 10 रन से हरा दें, तो आरसीबी को प्लेऑफ में जाने के लिए मुंबई के खिलाफ केवल 20 रन की जीत चाहिए होगी। दूसरी ओर, जायंट्स से आगे निकलने के लिए आरसीबी को
यूपी और मुंबई के खिलाफ कुल मिलाकर लगभग 62 रन के अंतर से जीत दर्ज करनी होगी, बशर्ते जायंट्स मुंबई से केवल 10 रन से हारे ।
क्या दिल्ली कैपिटल्स सीधे फाइनल में..
दिल्ली कैपिटल्स लीग चरण का अंत टॉप पर रहते हुए कर चुकी है, लेकिन उनकी सीधी फाइनल एंट्री तय नहीं हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुंबई और जायंट्स दोनों ही अंक तालिका में उनसे आगे निकल सकते हैं। मुंबई दोनों मैच जीतकर पहले स्थान पर पहुंच सकती है, जबकि जायंट्स अगर मुंबई को बड़े अंतर से हरा देती है तो वे भी टॉप पर पहुंच सकते हैं। जायंट्स को मुंबई के खिलाफ 17 रन या 12 गेंद शेष रहते (अगर पहली पारी का स्कोर 180 हो) जीत दर्ज करनी होगी, जिससे वे दिल्ली के से आगे निकल सकें। वहीं, मुंबई इस समय दिल्ली से लगभग 30 रन पीछे है, यानी अगर वे एक मैच 10 रन से हार जाते हैं, तो उन्हें दूसरा मैच करीब 40 रन से जीतना होगा ।
