ट्रंप प्रशासन कर रहा कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में हो रही आलोचना 

ट्रंप प्रशासन कर रहा कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में हो रही आलोचना
ट्रंप प्रशासन कर रहा कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में हो रही आलोचना

वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही सरकारी कर्मचारियों के बुरे दिन शुरू हो गए। बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों ने रिटायरमेंट ले लिया है। वहीं कई विभागों में सरकारी कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई है। इसके अलावा एलन मस्क ने कहा है कि जो भी कर्मचारी अपनी वर्क रिपोर्ट नहीं भेजेंगे उनका भी इस्तीफा मान लिया जाएगा। ट्रंप ने मस्क को कॉस्ट कटिंग की जिम्मेदारी ी है। डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डॉज) के हेड एलन मस्क के इस कदम की अमेरिका में आलोचना हो रही है। ट्रंप और मस्क पहले नहीं हैं जो अमेरिका में इस तरह कर्मचारियों की छंटनी कर रहे हैं। 30 साल पहले बिल क्लिंटन और उनके सहयोगी उपराष्ट्रपति अल्बर्ट गोर ने भी यह रणनीति बनाई थी और उसे लागू भी किया था। उस समय की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को हटाकर अरबों डॉलर की बचत की थी। क्लिंटन के समय में इस प्लान में भूमिका निभाने वाले लोगों का कहना है कि वह इससे बहुत अलग था। उस समय किसी तरह की परेशानी भी नहीं हुई थी और अरबों डॉलर की बचत भी की गई थी। उन्होंने कहा कि एलन मस्क की तरह अचनाक किसी से नौकरी छोड़ने का नहीं कहा गया था। सरकारी कर्मचारियों के कार्य में परिवर्तन करने की कोशिश की गई थी और इस काम में कई साल लगे थे। जानकार लोगों का कहना है कि बिल क्लिंटन ने बिना किसी संवैधानिक संकट के काम किया था। उन्होंने छंटनी नहीं की बल्कि लोगों पर ही फैसला छोड़ दिया था, लेकिन इस सरकार का लक्ष्य केवल नौकरियां खत्म करना है। हमारा लक्ष्य काम को अच्छा करना और कम कीमत में ज्यादा काम करवाना था। हमने प्राइवेट सेक्टर को भी मौका दिया था। ऐसे में नौकरियां बढ़ गई थीं। इसके अलावा तकनीक का सहारा लिया और काम को आसान बनाया था ।

ट्रंप प्रशासन कर रहा कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में हो रही आलोचना
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