गुवाहाटी। मुनि प्रशांत कुमार, मुनि कुमुद कुमार के सान्निध्य में ज्ञान करे भव पार कार्यक्रम आयोजित हुआ । जनसभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमार ने कहा कि ज्ञान मनुष्य गति का एक अवदान है। हमारे इस मनुष्य जीवन में ज्ञान का जितना विकास होता है। उतना ही अज्ञान दूर होता है। मनुष्यत्व का भाव बढ़ना बहुत जरूरी है। मोक्ष के मार्ग में एक मार्ग ज्ञान होता है। ज्ञान प्राप्ति के कई रास्ते हैं । ज्ञानी व्यक्ति कितनों के लिए प्रेरणादायी बनता है। हमें सभी प्रकार का ज्ञान होना चाहिए | इतिहास हमें प्रेरणा प्रदान करता है तो तत्वज्ञान से हमारी भीतरी चेतना जागृत होती है। ज्ञान विवेक को बढ़ाता है। विवेकी व्यक्ति सही गलत को पहचान कर सही पथ प्राप्त करता है । सम्यक् ज्ञान मोक्ष प्राप्ति में सहायक बनता है। स्वाध्याय करने के साथ-साथ चिंतन- मनन भी होना चाहिए । विनम्रता से विद्या बढ़ती है। ज्ञान कौन – सा जिससे भावना सम्यक् बनें, जिससे स्व- पर का हित होता है वहीं वास्तव में सही मायने में ज्ञान होता है। मुनि कुमुद कुमार ने श्रावक समाज में ज्ञान विकास का बहुत रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किया है। परिश्रमपूर्वक आप सभी को कर्म निर्जरा करने का अवसर दिया है। सभी ने बहुत अच्छा प्रयास किया है। सभी ने इस माध्यम से बहुत कुछ पाया है। समय-समय पर ज्ञान प्राप्ति का प्रयास करते रहना चाहिए । चातुर्मास में समय – समय पर आयोजित कार्यक्रम में सहभागी बनना चाहिए। ज्ञान