जोरहाट में सैन्य स्टेशन के पास धमाका, शहर में बढ़ा दी गई गश्त

जोरहाट में सैन्य स्टेशन के पास धमाका, शहर में बढ़ा दी गई गश्त

जोरहाट। असम के जोरहाट जिले में जोरहाट सैन्य स्टेशन के आर्मी गेट के पास गुरुवार (14 दिसंबर) की शाम हल्के धमाके की आवाज सुनी गई। डिटेल का पता लगाया जा रहा है। गुवाहाटी में रक्षा पीआरओ ने यह जानकारी दी । यह रहस्यमयी धमाका लिचुबाड़ी आर्मी कैंप के पास हुआ। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रात करीब आठ बजे धमाके की आवाज सुनी गई । धमाके के बाद एहतियात के तौर पर लिचुबाड़ी आर्मी कैंप का मुख्य द्वार तुरंत बंद कर दिया गया। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। खबरों के मुताबिक, जिला कमिश्नर पुलक महंत और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और फिलहाल सैन्य स्टेशन के भीतर हैं। पुलिस के मुताबिक, इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पूरे शहर में गश्त बढ़ा दिया गया है। यह घटनाक्रम नवंबर और दिसंबर में दो धमाकों के बाद सामने आया है, जिनकी जिम्मेदारी परेश बरुआ के नेतृत्व वाले अल्फा ने ली थी। खबरों के मुताबिक, अल्फा (स्वा.) ने रविवार (10 दिसंबर) को एक ई-मेल बयान में तिनसुकिया और शिवसागर में हुए दो हालिया धमाकों की जिम्मेदारी ली थी। 22 नवंबर को तिनसुकिया के डिराक में एक सैन्य शिविर के पास ग्रेनेड धमाके के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पुलिस ने नौ दिसंबर को सीआरपीएफ कैंप के पास सुनी गई विस्फोट की आवाज के विवरण की पुष्टि नहीं की है। अल्फा के दावे के बाद डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि असम पुलिस, सेना और सीएपीएफ के प्रत्येक कर्मी देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए राष्ट्रीय ध्वज के नीचे शपथ लेते हैं। उन्होंने कहा था कि हम अपने राज्य के विकास में बाधा डालने वाले आतंकवाद के अवशेषों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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