जैविक खेती कर आकर्षण का केन्द्र बने बीटेक युवा किसान दुष्यंत सिंह

जैविक खेती कर आकर्षण का केन्द्र बने बीटेक युवा किसान दुष्यंत सिंह
जैविक खेती कर आकर्षण का केन्द्र बने बीटेक युवा किसान दुष्यंत सिंह

बलिया, (हि.स.)। खेती को दोयम दर्जे का काम मानकर कुछ युवा जहां नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं, वहीं बीटेक करने के बाद बड़े पैकेज की नौकरी छोड़ बलिया के युवा ने खेती किसानी को चुना है । हैरत की बात तो यह है कि युवा किसान ने कामयाबी की ऐसी इबारत लिखी है कि देश के शीर्ष नेता भी उनकी सराहना कर रहे हैं।

जिले के बसन्तपुर निवासी बीटेक डिग्रीधारी युवा दुष्यंत सिंह ने इस बार 65 बीघे में काला नमक धान की आर्गेनिक खेती की है। जिसमें कुल नौ लाख की लागत आयी है। उनके अनुसार अभी तक 26 लाख रुपए की बिक्री कर चुके हैं। दुष्यंत धान की चर्चित प्रजाति के साथ ही आलू की भी प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इसे कुफरी सिंदूरी प्रजाति के नाम से जाना जाता है। आलू की खेती कुल साढ़े तीन बीघे में की गई है। दुष्यंत खेती के लिए बाजार से गुड़ के अलावा कुछ भी नहीं खरीदते हैं ।

खास बात यह है कि उनकी खेती गाय पर आधारित है । गाय के गोबर से ही अपनी खेती को लहलहा रहे हैं। उन्होंने बताया कि खेती में बाजारू खाद का उपयोग नहीं किया जाता है। बावजूद इसके बंपर पैदावार के साथ शुद्ध अनाज मिलता है। इधर, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह जो इन

दिनों गृह जनपद के प्रवास पर हैं। उन्होंने युवा किसान शहर से सटे बसन्तपुर निवासी दुष्यंत सिंह की खेती किसानी में कामयाबी को देखने पहुंच गए। हरिवंश सिंह ने दुष्यंत के कृषि कार्य को बारीकी से देखा। साथ ही जमकर सराहना की। युवा किसान दुष्यंत सिंह की कहानी हर युवा के लिए प्रेरणा बन सकती है । उन्होंने न केवल खेती को एक अलग आयाम दिया बल्कि 10 लोगों के लिए रोजगार का बड़ा साधन भी बने हैं। गाय पर आधारित यह कृषि हर किसी के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गई है। यहां तक की आसपास के लोग भी खेती की तरफ रुख करते दिखाई दे रहे हैं।

जैविक खेती कर आकर्षण का केन्द्र बने बीटेक युवा किसान दुष्यंत सिंह
जैविक खेती कर आकर्षण का केन्द्र बने बीटेक युवा किसान दुष्यंत सिंह
Skip to content