गुवाहाटी । आचार्य महाश्रमण के सुशिष्य मुनि प्रशांत कुमार, मुनि कुमुद कुमार के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद गुवाहाटी द्वारा जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कार्यशाला का आयोजन हुआ। जनसभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमार ने कहा कि हमें भाग्य से महान जिनशासन मिला। उससे जीवन की समस्या का समाधान खोजने का प्रयास करें। दीपावली पूजन करते हैं उसका भी तरीका है। सही तरीके से मनाएं। जैन संस्कार विधि से करें । पटाखा न फोड़ें। पटाखे से छः जीवनिकाय की हिंसा होती है। प्राणी भयभीत भी होते हैं। हम जीवों को अभयदान दें। हिंसा में भागी न बनें। हिंसा करके खुशी मनाना अच्छी बात नहीं है। उससे भारी पापकर्म का बंधन होता है । खुशी का अवसर किसी को तकलीफ देकर न मनाएं। सबसे अच्छा तरीका द्वारा निर्देशित दीपावली पूजन कार्यशाला भाचार्य श्री मण जी के विद्वान शांत कुमार मुनि श्री कुमुद कुमा तेला जप आराधना करें। प्रभु महावीर जिनका कार्तिक अमावस्या को निर्वाण हुआ एवं गणधर गौतम जिनको उसी रात्रि में कैवल्यज्ञान की प्राप्ति हुई उनका जप करें । आध्यात्मिक तरीके से दीपावली मनाएं। प्रभु महावीर की साधना, तरीके से दीपावली मनाएं। मोक्ष जाने के सहायक तत्व नौ मंगल भावना के साथ अपने आपको जोड़ दें, जिससे हमारा जीवन आदर्श एवं उन्नत बने । यह विधि हमारे जीवन को कल्याणकारी बनाने वाली है । तेयुप सहमंत्री गौतम बैद ने बताया कि तेरापंथ युवक परिषद के महावीर अष्टकम् एवं विजयगीत से कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ । तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष सतीश भादानी ने सभी का स्वागत करते हुए जैन संस्कार विधि का महत्व बताया। जैन संस्कारों बाबूलाल सुराणा, छत्तरसिंह चौरड़िया, बजरंग डोसी, राकेश जैन, जयंत सुराणा, सतीश भादानी ने जैन विधि से दीपावली पूजन विधि पूर्ण की। आभार तेयुप सहमंत्री राहुल नाहटा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथ युवक परिषद मंत्री पंकज सेठिया ने किया । तपस्या एवं सिद्धातों को याद करते हुए अपने आपको उसके साथ जोड़ दें। दीपावली पूजन की सार्थकता तभी होगी जब जीवन में समता, संयम, सादगी एवं अहिंसा का विकास होगा। संस्कारक राकेश जैन ने कहा कि अपनी संस्कृति अपने जैनत्व के