नई दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने यहां शनिवार को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) क्षेत्र के प्रदर्शन और खादी महोत्सव, 2024 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने देश में खादी के व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रयास करने और व्यापक रूप से इसको अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने जारी बयान में बताया कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम माझी ने केवीआईसी के द्वारा अक्टूबर – 2024 में आयोजित होने वाले खादी और ग्रामोद्योग (केवीआई) क्षेत्र के प्रदर्शन और खादी महोत्सव, 2024 पर एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने इस समीक्षा बैठक में लोगों को खादी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन में योगदान के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के कार्यान्वयन के बारे में बताया । अग्रण कि आत्मनिर्भर मंत्रालय के मुताबिक इस बैठक का आयोजन देश में खादी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया। इस समीक्षा बैठक में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एआरआई) के संयुक्त सचिव, केवीआईसी के सीईओ, और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे । सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को नवरत्न का दर्जासोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) को केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने नवरत्न का दर्जा दिया है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हाल ही में एक बयान में यह जानकारी दी। गौरतलब है कि कि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तहत एसईसीआई एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (सीपीएसई) है। मंत्रालय के मुताबिक एसईसीआई एक अग्रणी सीपीएसई है जो भारत में नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता के विकास और विस्तार के लिए समर्पित है, जिसमें 69.25 गीगावॉट उत्पादन की क्षमता है। यह प्रतिवर्ष 42 बिलियन यूनिट से ऊपर की व्यापार करती है तथा जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने और सतत विकास के लिए प्रयास करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। कंपनी ने पिछले वर्ष की तुलना में 20.85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 13,118.68 करोड़ रुपये का वार्षिक कारोबार और वित्तीय वर्ष 2023-24 में 34.89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए कर के पश्चात 510.92 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है।