गुवाहाटी (हिंस)। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जीएमसीएच) बाल रोग विभाग में पोषण माह के उपलक्ष्य में जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्घाटन जीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. अच्युत बैश्य द्वारा किया गया, जिन्होंने पोषण माह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बच्चों के संपूर्ण विकास और स्वास्थ्य के लिए पोषण संरक्षण आयोग अत्यंत आवश्यक है। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में असम राज्य बाल अधिकार ( एएससीपीसीआर) की सदस्य रिलांजना तालुकदार महंत ने हिस्सा लिया। उन्होंने बाल स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित विभिन्न कानूनों, योजनाओं और नीतियों पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि बच्चों के पोषण का उनके जीवन में कितना महत्वपूर्ण स्थान है और इसके प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए। बाल रोग विभाग के विभिन्न विशेषज्ञों ने पोषण माह 2024 से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। बैठक का संचालन डॉ. दिगंता बर्मन (सहायक प्रोफेसर, बाल रोग विभाग) ने किया। विभागाध्यक्ष डॉ. अनुपमा डेका ने पूरक आहार पर चर्चा की, जबकि प्रोफेसर डॉ. गायत्री बेजबरुवा ने एनीमिया के महत्व पर प्रकाश डाला। एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपांकर हजारिका ने बच्चों की वृद्धि निगरानी और विकास से जुड़े पहलुओं पर बात की । सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद अलीम उल्लाह ने पोषण भी, पढ़ाई भी और तकनीकी विकास के महत्व पर विचार साझा किए। पोषण माह के इस महत्वपूर्ण आयोजन ने बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने में एक अहम भूमिका निभाई ।